जेवर एयरपोर्टः 72 फीसद किसानों ने दिया सहमति पत्र, जनवरी से शुरू होगा अधिग्रहण

नोएडा। । जेवर में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को जल्द पंख लगने की उम्मीद है। प्रस्तावित एयरपोर्ट निर्माण की जमीन देने के लिये किसानों को प्रशासन ने राजी शासन राजी कर लिया है। अधिग्रहण से प्रभावित 6 गांवों के करीब 72 फीसद किसानों ने यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण को सहमति पत्र सौंप दिया है। प्रधिकरण से किसानों की सूची । सूची मिलने के बाद एडीएम (भूमि अर्जन) ने अधिग्रहण का प्रस्ताव बनाकर गौतमबुद्धनगर के डीएम को भेजा था। इसे हरी झंडी देते हुए डीएम बीएन सिंह ने मंगलवार को शासन को रिपोर्ट भेजकर नोटिफिकेशन जारी करने की मांग की है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद किसानों को 6 दिन में अपनी आपत्तियां दर्ज करानी होंगी। आपत्तियों का निस्तारण कर प्राधिकरण जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू करेगा। डीएम बीएन सिंह ने बताया कि ग्रीनफील्ड अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन की जरूरत इसके लिये एक आरआर पड़ रही है। इसकी जद में 6 गांव रोही, दयानतपुर, पारोही, किशोरपुर, रन्हेरा और बनवारी बांस आ रहे हैं। इन गांवों के किसानों की कुल 1239.1416 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। शेष 94.8584 हेक्टेयर ग्राम समाज की जमीन ली जाएगी। डीएम ने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए गठित की गई सोशल इम्पेक्ट असेसमेंट (एसआइए) की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रोजेक्ट से 6 गांवों के 595 परिवार प्रभावित होंगे, जिसमे 57 परिवार कृषि से जुड़े हुए हैं, परिवार जबकि 898 परिवार भूमिहीन हैं। प्रभावित 595 परिवारों में से 4235 ने जमीन देने की सहमति जता दी है, जो जमीन अधिग्रहण के लिये जरूरी 7 प्रतिशत से अधिक है। शेष किसानों को भी मनाने का प्रयास किया जा रहा है। डीएम बीएन सिंह ने बता बीएन सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट की वजह से रोही, दयानतपुर और किशोरपुर गांव को विस्थापित करना पड़ेगा। विस्थापन से इन गांवों के 1775 परिवार प्रभावित होंगे। प्रशासन इनके लिये दूसरे स्थान पर पुनर्वास की व्यवस्था करेगा। शासन के नियमानुसार इन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई  जायेंगी।