नई दिल्ली। मौसम ने जरा सी करवट क्या ली, दिल्ली एनसीआर में तो दिवाली से पूर्व ही प्रदूषण का स्तर आपात स्थिति में पहुंच गया। स्काईमेट वेदर के मुताबिक, प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 का स्तर दिल्ली में निर्धारित सीमा से 20 गुना तक अधिक जा पहुंचा। दक्षिण दिल्ली के ओखला में सोमवार सुबह पीएम 2.5 का स्तर 644 था, जो गंभीर स्थिति की श्रेणी में आता है। इसी तरह मंदिर मार्ग पर यह 707, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम पर 676 और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम पर 681 हुआ। बता दें कि पीएम 2.5 बारीक कण होते हैं जो फेफड़ों में प्रवेश कर सकते हैं और श्वसन रोगों का कारण बन सकते हैं। दिल्ली के बदले हालात की सबसे बड़े वजह सोमवार को हवाओं की दिशा में हुआ बदलाव रहा। हालांकि हवा चलने पर प्रदूषण छंट जाता है, लेकिन ठंडक भरी ये हवाएं अपने साथ पंजाब-हरियाणा में जल रही पराली का प्रदूषण भी दिल्ली ला रही है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अधीन सफर इंडिया के अनुसार इस समय पराली की वजह से दिल्ली में 33 फीसद तक प्रदूषण बढ़ है। इसकी वजह यह है कि फिलहाल उत्तर-पश्चिमी हवा चल रही है। चिंता की बात यह कि ऊपरी हिस्से में हवा की गति कम हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों में बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ से हवा में नमी भी बढ़े है। तापमान कम हो रहा है। यही वजह रही कि सोमवार को दिल्लीएनसीआर के हालात एकदम से बदलने लगे। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सोमवार को आपातकालीन हालात में पहुंच गया। शाम करीब चार बजे पीएम 2.5 का स्तर 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पार कर गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दोपहर करीब दो बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स 400 को पार कर गया। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को उत्तर-पश्चिमी दिशा से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से नमी भरी हवाएं आई। मंगलवार और बुधवार को भी हवाओं की दिशा में बदलाव होने की उम्मीद नहीं है।
आपात स्थिति में पहुंचा NCR, दिल्ली में 33% तक बढ़ गया प्रदूषण का स्तर