बिहार में मातमी हुआ छठ का माहौल

मुजफ्फरपुर। बिहार के समस्तीपुर में छठ का उत्सवी माहौल मातमी हो गया है। छठ पर्व के चल्हह्म के लिए मिट्टी ले जाने के क्रम में धंसना गिरने से 18 लोग दब गए जिनमें दो महिला समेत चार की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं आधा दर्जन लोगों को गंभीरावस्था में डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। जबकि सदर अस्पताल एवं उजियारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बाकी का इलाज चल रहा है। मिट्टी काटने के दौरान हुई दुर्घटना, चार की मौत मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर के उजियारपुर स्थित नाजिरपूर सूरहनिया में ग्रामीण छठ की तैयारी कर रहे थे। इसी क्रम में करीब दो दर्जन लोग चूल्हा बनाने के लिए मिट्टी लेने नाजिरपुर पंचायत के वार्ड छह स्थित तालाब पर गए थे जहां मिट्टी काट रहे 18 लोग मिट्टी में दब गए। इसमें दो महिला समेत चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। छह से अधिक घायलों को इलाज के लिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। मृतकों की पहचान मंगल दास के पुत्र अमित कुमार (15), शिवनंदन सहि की पत्नी राजकमारी देवी (55), हरिलाल पासवान का पुत्र लालो पासवान (55) तथा रामकुमार सहि की पत्नी रूना देवी (40) के रुप में हुई है। वहीं अन्य रमेश कुमार, शंकर पासवान, राजीव कुमार, चंदन कुमार ठाकुर, वकील पोदार, नीतीश कुमार, मिथलेश पोदार, शिवजी सहि , विकास कुमार गंभीर रूप से जख्मी हैं। छह लोगों को डीएमसीएच कर दिया गया रेफर बताया गया कि नाजिरपुर गांव में चुल्हा बनाने के लिए डेढ़ दर्जन महिलाएं एवं बच्चे मिट्टी लाने के लिए गए हुए थे। मोईन में सभी मिट्टी खोद रहे थे। इसी क्रम में धंसना गिर गया। जिसमें डेढ़ दर्जन लोग दब गए। इस घटना में तीन की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि एक की मौत अस्पताल ले जाने के क्रम में हो गई। स्थानीय लोगों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी घायलों को पहले उजियारपुर पीएचसी में भर्ती कराया। जहां से अधिकांश को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां से छह लोगों को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। जबकि एक का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। वहीं शेष का उजियारपुर पीएचसी में चल रहा है। जिलाधिकारी चंद्रशेखर सहि ने बताया कि चार की मौत हुई है। सभी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड इसके लिए गठित की गई है। डीएम ने यह भी बताया कि सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि आज शाम तक उपलब्ध करा दी जाएगी। जबकि घायलों को मुफ्त में सरकारी अस्पताल में इलाज कराया जाएगा। घायलों को सरकारी प्रावधान के अनुसार अनुग्रह राशि दी जाएगी। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस के अलावा जिलाधिकारी चंद्रशेखर सहि , एसडीओ विष्णुदेव मंडल, एसडीपीओ कुंदन कुमार, बीडीओ विजय कुमार ठाकुर, इंसपेक्टर रंजीत कुमार निराला सहित सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पहुंचकर जख्मियों की मदद में जुट गए। काली मिट्टी लेने गए थे दो दर्जन लोग। बताया गया है कि उक्त पोखर के ड्क्षभड़ा से छठ पूजा के लिए चुल्हा बनाने के लिए काली मिट्टी लेने गांव के करीब दो दर्जन लोग शुक्रवार की सुबह गए थे। जहां लोग सुरंग के भीतर जाकर मिट्टी काट रहे थे। इसी बीच सुरंग के उपर का चट्टान गिर पड़ा। जिसमें सभी लोग दब गए। इनमें कुछ लोग किसी प्रकार मिट्टी से बाहर निकलकर हल्ला किया। इसके बाद ग्रामीणों ने कदाल से मिझे हटाकर कछ लोगों को निकाला। बाद में जेसीबी के द्वारा मिट्टी टाकर लोगों को निकाला गया। मौके पर प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आरके सहि के नेतत्व में चिकित्सा दल पहुंचकर एम्बुलेंस के द्वारा गंभीर रूप से जख्मी हुए लोगों को सदर अस्पताल भेजा। वहीं थानाध्यक्ष मनोज कुमार सहि ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।