ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार का बड़ा कदम, लखीसराय व भागलपुर में बनेंगे दो सोलर पावर प्लांट

पटना। देश में सोलर एनर्जी की उपलब्धता जबर्दस्त तरीके से बढ़ी है। बिहार में भी अब सोलर एनर्जी पार्क की स्थापना की जाएगी। लखीसराय के कजरा और भागलपुर के पीरपैंती में ढाई-ढाई सौ मेगावाट की सोलर एनर्जी उत्पादन इकाई की स्थापना के लिए सरकार ग्लोबल निविदा आमंत्रित करेगी। आंकड़ों के अनुसार देश में विगत चार वर्षों में सोलर एनर्जी की उपलब्धता में आठ गुना बढ़ोतरी हुई है। मई 2014 में जहां देश में सोलर एनर्जी की उपलब्धता 2650 मेगावाट थी वह इस वर्ष सितंबर में बढ़कर 20 जीडब्ल्यू हो गई। बिहार भी अब सोलर एनर्जी पार्क की स्थापना की तैयारी में लगा है। लखीसराय के कजरा और भागलपुर के पीरपैंती में ढाई-ढाई सौ मेगावाट की सोलर एनर्जी उत्पादन इकाई की स्थापना के लिए सरकार ग्लोबल निविदा में जाएगी। पूर्व में तय था कि एक नवरत्न कंपनी को इसका जिम्मा दिया जाएगा। वैसे ऊर्जा मंत्रालय ने भी बिहार में सोलर पावर यूनिट की स्थापना में दिलचस्पी दिखाते हुए ऊर्जा विभाग को पत्र लिखा है। जमीन के इंतजाम को कहा है केंद्र ने। पूर्व में सोलर पावर प्लांट के लिए एनटीपीसी व एनएचपीसी के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी हुआ था जिसकी अवधि खत्म हो चुकी है। ऊर्जा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही सोलर पावर प्लांट के संबंध में राज्य कैबिनेट को प्रस्ताव भेजा जा रहा। कजरा और पीरपैंती में थर्मल पावर प्लांट की जगह सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जाने का फैसला पूर्व में सरकार ले चुकी है। पर सोलर पावर प्लांट की स्थापना से जुड़ी प्रक्रियाओं के संबंध में प्रस्ताव कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जा रहा। सोलर पावर प्लांट के लिए जमीन की उपलब्धता का गणित यह है कि एक मेगावाट सौर ऊर्जा के लिए पांच एकड़ जमीन चाहिए। कजरा और पीरपैंती में थर्मल पावर यूनिट के लिए जो जमीन अधिग्रहण हुआ था उसे सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए उपयोग में ले आया जाएगा।