एमसीपीएल मैनेजमेंट कंसलटेंसी कम्पनी है इस काम को करने की इच्छुक
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की कहां पर कितनी जमीन, भूखंड और लैंड है और उसका क्या यूज हो रहा है, इसकी अब लैंड ऑडिट करवाई जाएगी ताकि भूली-बिसरी जमीनों की खोज हो सके। यही वजह है कि जीडीए ने लैंड ऑडिट कराने की प्लानिंग कर ली है। इस सम्बन्ध में जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा के समक्ष एमसीपीएल मैनेजमेंट कंसलटेंसी कंपनी के निदेशक प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने एक प्रेजेंटेशन दिया है, जिसके अनुरूप यदि सब कुछ ठीक रहा तो जीडीए उक्त कंसलटेंसी कंपनी को फाइनल कर शीघ्र ही लैंड ऑडिट कराने की प्लानिंग करेगा।बता दें कि जीडीए का अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण और सीलिंग की कार्रवाई के साथ साथ अतिक्रमण और कब्जे हटाने के लिए भी कड़ी कार्रवाई जारी हैं। इसके अलावा, अवैध कॉलोनियों की गूगल मैपिंग भी कराई जा रही हैे। खबर है कि इसी परिप्रेक्ष्य में जीडीए अब अपनी जमीनों का पता लगाने के लिए लैंड ऑडिट भी कराएगा। इस बाबत जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने बताया कि शहर में जीडीए की कहां पर और कितनी जमीन खाली पड़ी है, उनके खसरा नंबर, ले-आउट प्लान, मौके पर जमीनों का यूज, जमीन पर कब्जा या मकान बने हैं, जैसे मुख्य बिंदुओं के लिए लैंड ऑडिट कराया जाएगा। इसलिए तत्सम्बन्धी कंपनी शीघ्र ही फाइनल की जाएगी।इस सम्बन्ध में जीडीए के मुख्य अभियंता विवेकानंद सिंह ने बताया कि उपाध्यक्ष को कंसलटेंसी कंपनी की ओर से प्रेजेंटेशन दिया गया है। इसलिए उपाध्यक्ष के निर्देश के बाद ही कंपनी शीघ्र फाइनल की जाएगी। क्योंकि लैंड ऑडिट होने से जीडीए की जमीनों की वास्तविक स्थिति का पता लग सकेगा। खासकर, मौके पर कितनी जमीन पर कब्जा है और कितनी जमीन कहां पर किस खसरा नंबर, ले-आउट प्लान के तहत छोड़ी गई है, के बारे में मौके पर ठीक ठीक पता लग सकेगा। इसलिए लैंड ऑडिट कराने की प्लानिंग की गई हैं जिसपर जल्द अमल किया जाएगा।