महेशखूंट से सहरसा के बीच दूरी हुई कम, आसान हुआ आवागमन
पटना । मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज खगड़िया जिलान्तर्गत एन0एच0- 107 के 16वें किलोमीटर (डुमरी घाट) में कोसी नदी पर पुनस्थापित बी0पी0 मंडल सेतु का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर पर डुमरी घाट में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने नववर्ष की शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि आज के लिए यह सुखद क्षण है कि क्षतिग्रस्त बी0पी0 मंडल पुल का उदघाट्न किया गया है, इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी और महेशख़ुट से सहरसा की दूरी कम हो जाएगी। वर्ष 1990 में बी0पी0 मंडल सेतु का निर्माण किया गया था, उसके बाद इस पथ को एन0एच0 घोषित किया गया। वर्ष 2010 में कोसी में बाढ़ प्रवाह के दौरान पुल क्षतिग्रस्त हो गया था और इस पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया था। बीच दूटी हुई क्षतिग्रस्त भाग 290 मीटर के पुनर्निर्माण के लिए केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद आज यह निर्मित होकर लोगों को समर्पित किया जा रहा है। पुल का जो क्षतिग्रस्त पाया है, वह केवल तकनीक पर बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी पुल के समानान्तर एक नए पुल की भी अनुशंसा की गई है ताकि महेशखंट से सहरसा के बीच आवागमन और आसान हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरु में हमलोगों ने बिहार के किसी कोने से पटना पहुंचने के लिए छह घंटे का लक्ष्य रखा था जो लगभग प्राप्त किया जा चुका है। इसके लिए कई सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण किया गया लेकिन अब बिहार के किसी कोने से पटना पहुंचने के लिए 5 घंटे का नया लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए पुलों के मजबूतीकरण, नए पुलों के निर्माण के साथ-साथ हुआ पुराने पथों के चैड़ीकरण एवं नए पथों के निर्माण के कार्य किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुल्तानगंज से आगवानी घाट के बीच नए पुल का निर्माण जोरों पर है, जिसकी लागत 1710 करोड़ रुपए है। इससे सहरसा एवं भागलपुर की दूरी कम हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 दिसंबर 2003 को जब हम रेल मंत्री थे, उस समय पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी के हाथों मुंगेर और खगड़िया के बीच रेल पुल का शिलान्यास करवाया था। इस रेल पुल के निर्माण से खगड़िया एवं मुंगेर के बीच दूरी कम हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग सड़कों के निर्माण में और तेजी चाहते हैं लेकिन जमीन अधिग्रहण में समस्या की वजह से काम की गति थोड़ी अवरुद्ध हो जाती है। उन्होंने कहा कि खगड़िया- सहरसा-मधेपुरा-सुपौल के बीच संपर्कता बहाल करने के लिए नए पथों का निर्माण किया जा रहा है, इससे लोगों को पटना आने में भी सहुलियत होगी। मानसी से प्रारंभ होकर सात किलोमीटर लंबाई के बाद बदलाघाट है, इस सड़क को भी डबल लेन किया जाएगा। बदलाघाट से फनगोघाट के बीच साढ़े पंद्रह किलोमीटर की दूरी है, इसके बीच से चार नदियां बागमती, कात्यायनी कमला, मृत कोसी एवं कोसी नदी है, इस दूरी के लिए उच्चस्तरीय पुलों का निर्माण किया जाएगा। इस कठिन पथ को बनाने के लिए हमलोग काम कर रहे हैं, जिसकी लागत 14 सौ करोड़ रूपये की होगी। इस रास्ते से कात्यायनी मंदिर जाने में भी सहुलियत होगी, जो पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपर्ण है। इसका डी0पी0आर0 तैयार कर लिया गया है और इसे जल्द ही स्वीकृत कर काम शुरु किया जाएगा।