गाजियाबाद। शादी के फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए अपना काम चलाने वालों को अब जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने गहरा झटका दिया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश से बाहर के राज्यों में शादी करने वालों को अब गाजियाबाद से मैरिज प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सकेगा। गौरतलब है कि जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी द्वारा तहसील सदर में सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में पकड़े गए बड़े फर्जीवाड़े के बाद अब दूसरे राज्यों की शादी के सर्टिफिकेट बनाने पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी है।इस बाबत सब-रजिस्ट्रार को जारी किए गए आदेश के तहत अब कोई भी सर्टिफिकेट दूसरे राज्यों में की गई शादी पर जारी नहीं हो सकेगा। नए नियम के तहत शादी के आवेदकों को रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन के साथ अब मैनुअली भी दस्तावेज, जैसे- शादी का कार्ड, फोटो आदि सब रजिस्ट्रार कार्यालय में जमा कराने होंगे। क्योंकि दस्तावेज जमा होने के बाद इनकी विधिवत जांच की जाएगी। उसके बाद सही प्रमाण पत्र होने के बाद ही शादी रजिस्टर्ड हो सकेगी। शादी के रजिस्ट्रेशन से पहले उसमें लगाए गए प्रमाण पत्रों की जांच के बिना कोई भी शादी का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा।जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी का कहना है कि शादी के रजिस्ट्रेशन और शादी के
प्रमाण पत्र फर्जी जारी करने के मामले में 6 संस्थाओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसकी जांच एडीएम फाइनेंस सुनील कुमार सिंह, सिटी
मजिस्ट्रेट यशवर्धन श्रीवास्तव, एसडीएम सदर विवेक कुमार मिश्रा को सौंपी गई है। अब इनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एआईजी स्टांप मेवालाल पटेल ने बताया कि शादी के रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़े को देखते हुए यह बदलाव किया गया हैं। जिसके बाद अब गाजियाबाद में दूसरे राज्यों के युवक-युवती की शादी रजिस्टर्ड नहीं हो सकेगी। यहां सिर्फ उन्हीं की शादी रजिस्टर्ड होगी, जो गाजियाबाद या उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर का रहने वाला होगा।
गैर राज्यों के शादीशुदा लोगों को अब गाजियाबाद से नहीं मिलेगा मैरिज सर्टिफिकेट