गाजियाबाद। आखिरकार लंबी कवायद के बाद भी गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कई बड़े प्रोजेक्ट शुरू न होने से अब ठंडे बस्ते में दिख रहे हैं। सवाल है कि करोड़ों की इन योजनाओं पर पूर्व में भी तेजी के साथ प्लानिंग तो की गई, लेकिन या तो शुरूआत ही नहीं हो पाई या फिर पूर्ण होने में विलंब है। आखिर में इसकी क्या वजह है- धनाभाव या फिर और कुछ! उम्मीद है कि अब नए साल में या फिर नए वित्तीय वर्ष में इन पर फिर से कवायद तेज होगी।याद दिला दें कि जीडीए की प्लानिंग मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में रेलवे ट्रैक के ऊपर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण करने, कविनगर में शूटिंग रेंज बनाने और मोहननगर में फुटओवर ब्रिज का निर्माण करने कार्य शुरू होने वाला था, लेकिन किन्हीं कारणों से दो की शुरुआत ही अबतक नहीं हो पाई है। जबकि एक के पूर्ण होने में अब भी विलम्ब है। जो सूरतेहाल दिखाई पड़ रहा है, उससे स्पष्ट है कि शुरूआत हो या पूर्ण होने की बात, जनवरी टू मार्च 2019 के पहले पूरा नहीं हो पायेगा। लिहाजा, कुछ के अब नववर्ष- 2019 में निर्माण शुरू होने का इंतजार रहेगा। तो कुछ के मार्च 2019 में पूर्ण होने का। यह बात दीगर है कि जीडीए द्वारा कविनगर में 25 मीटर लंबी शूटिंग रेंज का निर्माण करवाया जा रहा हैं, लेकिन इसके भी कम्प्लीट होने में अभी 3 माह का वक्त और लगेगा।दरअसल, जीडीए की ये योजनाएं फिलवक्त ठंडे बस्ते में दिख रही हैं, जबकि करोड़ों रुपए की इन योजनाओं की प्लानिंग तत्कालीन जीडीए उपाध्यक्ष और मौजूदा जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी के कार्यकाल में की गई थी। तब उन्होंने इन्हें विकसित करने के लिए तेजी से प्लानिंग कराकर कार्यों की जल्द शुरूआत कराने के लिए पूरी तरह से प्लानिंग कर ली गई थी। लेकिन जीडीए की सत्ता बदलते ही पिछले 3 माह से ये सभी योजनाएं अब ठंडे बस्ते में दिखाई दे रही हैं। यह ठीक है कि नवंबर में 15 दिन निर्माण कार्यों पर ब्रेक लगने से भी कई योजनाओं के पूरा होने में विलंब होगा। क्योंकि इससे अन्य कार्य भी अब लगभग एक माह लेट हो गए हैं।
अब है रेलवे से 900 मीटर लंबे आरओबी निर्माण को एनओसी का इंतजार
जीडीए की महत्वाकांक्षी मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना को सीधे मेरठ रोड से कनेक्ट करने के लिए रेलवे ट्रैक के ऊपर करीब 900 मीटर लंबे तथा 6 लेन चौड़े आरओबी का तकरीबन 20 करोड़ रुपए में निर्माण होना प्रस्तावित है। इस हेतु 400-400 मीटर दोनों साइड और 100 मीटर रेलवे ट्रैक पर आरओबी का निर्माण होगा। लेकिन इसका निर्माण शुरू करने के लिए अब रेलवे से एनओसी का इंतजार है। वो भी तब, जब देश-प्रदेश में एक ही पार्टी की सरकार है।खबर है कि गाजियाबाद रेलवे विभाग के स्थानीय अभियंता द्वारा रेलवे मुख्यालय बड़ौदा हाउस में आरओबी की फिजिबिलिटी रिपोर्ट अगस्त में भेज दी गई थी। लिहाजा, रेलवे की ओर से अब जीडीए को अनापत्ति प्रमाण पत्र लेनी होगी। लेकिन हैरत की बात है कि एनओसी लेने में अभी भी वक्त लग रहा है। इसके बाद जीडीए कंसलटेंट नियुक्त कर इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराएगा।बता दें कि जीडीए ने वर्ष 2004 में ही मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना के लिए जमीन अधिग्रहण करने की योजना बनाई थी। अमूमन 14 साल पुरानी इस योजना के लिए सदरपुर, मैनापुर, मोरटा, नंगला पाट, याकूतपुर गांव की 1234 एकड़ जमीन, 281 एकड़ जमीन को मिलाकर अधिग्रहण किया जाना है। यही वजह है कि यहां पर आरओबी बनने के बाद मेरठ रोड से सीधे हापुड़ रोड कनेक्ट हो जाएगा, जिससे एनएच-9, शास्त्रीनगर, गोविंदपुरम, हरसांव, हापुड़ एवं नोएडा आने-जाने वाले वाहन स्वामियों को काफी फायदा मिल सकेगा।
मोहननगर चौराहे पर एफओबी का निर्माण भी अधर में
मोहननगर चौराहे पर जीडीए द्वारा फुटओवर ब्रिज का निर्माण कराया जाना है। जहां जमीन से 6 फीट ऊंचा और एस्केलेटर युक्त एफओबी बनेगा जो 125 मीटर लंबा और 3.50 मीटर चौड़ा होगा। इसके निर्माण पर तकरीबन 2.70 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। खबर है कि प्राधिकरण द्वारा सुनील गर्ग एंड कंपनी को एफओबी का निर्माण करने के लिए ठेका दिया गया है, लेकिन इस कंपनी के द्वारा अभी तक एफओबी का निर्माण शुरू नहीं किया गया है। जबकि एफओबी का एस्टीमेट फाइनल हो चुका है। जानकारों का कहना है कि इसका निर्माण शुरू होने में अभी वक्त लग रहा है। लिहाजा, जीडीए की आरओबी और एफओबी का निर्माण शुरू होने और कविनगर में शूटिंग रेंज का के कंप्लीट होने में अभी वक्त लगेगा। बहरहाल, नए साल या फिर नए वित्तीय वर्ष का इंतजार कीजिये ताकि इन योजनाओं को विकसित करने के लिए कुछ प्लानिंग तेज हो सके।
आरओबी-एफओबी का निर्माण जल्द शुरू कराएंगे : वर्मा
जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने बताया कि मधुबन-बापूधाम में रेलवे ट्रैक के ऊपर करीब 900 मीटर लंबे आरओबी का निर्माण शीघ्र शुरू कराने के लिए रेलवे से एनओसी लेने के लिए अब पैरवी की जाएगी। जबकि, मोहननगर में एफओबी का निर्माण करने वाली कंपनी को इसका निर्माण शीघ्र शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा, कविनगर में शूटिंग रेंज का निर्माण कार्य जारी है, जो अगले 2 से 3 माह में कंप्लीट हो जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि जीडीए की करोड़ों रुपए की इन योजनाओं को नए साल में तेजी से शुरू कराया जाएगा। ताकि इन्हें तय समय सीमा में ही कंप्लीट कराया जा सके। तकरीबन 30 करोड़ रुपए की ये योजनाएं शीघ्र ही विकसित कराई जाएंंगी।