पहली बार सामने आया चीन का सबसे घातक ड्रोन विंग लू-1, भारत की बढ़ा सकता है टेंशन

चीन लगातार अपनी सैन्य क्षमता में तेजी ला रहा है। इसी वर्ष चीन ने विमानवाहक युद्धपोत, परमाणु पनडुब्बी, लड़ाकू विमान को सेना में शामिल किया है। इसी श्रृंखला में अब चीन ने अपने सबसे घातक ड्रोन बंबर का सफल परिक्षण भी किया है। चीन की तरफ से इसकी एक फूटेज भी रिलीज की गई है। यह मानव रहित विमान कई तरह की खूबियों से लैस है। यह दुश्मन की टोह लेने के अलावा हमलों को बखूबी अंजाम दे सकता है। इतना ही नहीं इस विमान में दस अलग- अलग तरह के हथियार लगाए जा सकते है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह विमान बिना दोबारा तेल भरवाए करीब 35 घंटों तक उड़ान भर सकता है। इसमें मौजूद कई खासियतों की वजह से ही यह भारत की टेंशन को बढ़ा भी सकता है। दरअसल इसमें लगे हाई रिजोल्यूशन स्पाईकैम करीब सात हजार फीट की ऊंचाई से उड़ते हुए जानकारी एकत्रित कर सकते हैं। यह विमान बम से लेकर मिसाइल तक लेकर उड़ान भर सकता है। इसमें कृ 7 या यह्वद् 2-7 लेजर गाइडेड मिसाइल शामिल है। यह हवा से जमीन पर वार करने वाली एक सेमी ऑटोमेटिक मिसाइल है। यह दुनिया की सबसे घातक एंटी टैंक मिसाइलों में से एक है। यह मिसाइल टैंक की धज्जियां उड़ाने में पूरी तरह से कामयाब है। यह विमान ईं-212 जो कि एक लेजर गाइडेड बम है। और ईं-102 एंटी पर्सनल बम, 50 किलोग्राम स्-6 मिनिएचर गाइडेड बम से भी लैस है। इस विमान की खासियत यहीं पर खत्म नहीं हो । जाती हैं। सिना मिलिट्री के मुताबिक यह विमान अब तक का सबसे अधिक वजन लेकर उड़ान भरने वाला विमान है। टू-के पंखों की लंबाई करीब 17.5 मीटर है। यह विमान अपने वजन से करीब 400 किग्रा अधिक वजन लेकर उड़ान भर सकता है। वहीं पंखों की लंबाई करीब 14 मीटर है। यह अपने वजन से करीब 100 किग्रा अधिक भार लेकर उड़ान भरने के काबिल है।