रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने ट्रैकमेन स्टाफ के साथ आने वाली चुनौतियों का जायजा लिया

चौबीसों  घंटे के आधार पर परिचालन करने वाला संगठन होने के कारण, रेलकर्मचारी रेलगाड़ियों का सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित करने के लिए हर मौसम में दिन रात-कार्य करते हैं | उनकी चुनौतियां सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण और बढ़ जाती हैं जब वे रेल फ्रैक्चर तथा अन्य खराबी को जांच के लिए ट्रैक पर पैदल/फुट पैट्रोलिंग करते हैं | कल रात रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने रात्रि ड्यूटी पर तैनात पैट्रोल मैन का उसकी ड्यूटी पर साथ देकर उसकी चुनौती का अवलोकन अपने विशिष्ट अंदाज़ में करके उनका हौसला बढ़ाया |अध्यक्ष महोदय ने सर्दी के मौसम में नरेला तथा बादली स्टेशनों के बीच ट्रैक पर लगभग 5 किलोमीटर की पैट्रोलिंग पेट्रोलमैन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर की तथा पेट्रोलमैन के कार्य को बेहद निकट से देखा तथा कार्यों की स्थिति का अवलोकन किया | उन्होंने पेट्रोलमैन तथा पर्यवेक्षकों से बातचीत की तथा उनके सुरक्षा उपकरणों, प्रोटेक्टिव क्लोथिंग, बूट, सर्दी के जैकेट, एल.ई.डी. टार्च आदि का जायजा लिया |रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के साथ दिल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबन्धक,  आर.एन. सिंह थे जिन्होंने कोहरे के दौरान गाड़ियों के समयबद्ध एवं सुरक्षित परिचालन को बनाए रखने हेतु अपनाए जा रहे उपायों जैसे रात्रिकालीन गहन निरीक्षण, उपकरण विफलता की त्वरित पुन: बहाली सुनिश्चित करने के लिए चौबीस घंटे मॉनिटरिंग, कर्मचारियों विशेषकर ड्राइवरों, गार्डो, स्टेशन मास्टरों, केबिनमैनों तथा गाड़ी अनुरक्षण दल की चौकसी बढ़ाने, इंजन में “फॉग सेफ्टी डिवाइस” लगाने आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी |