बता दें कि कॉलेज ने वर्ष 2018 से 'डा. प्रोमिला सिंह अवार्ड' के नाम से उनके 27वें जन्मदिन पर यह गोल्ड मेडल अवार्ड देना प्रारंभ किया है, जो प्रत्येक वर्ष इसी तरह उनके जन्म दिन पर दिया जायेगा। यूनिवर्सिटी में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र डा. दिवाकर वशिष्ठ को डा. मनोज गोयल यूनिवर्सिटी के सीईओ व डा. प्रोमिला सिंह के पिताश्री एच.एल. वर्मा ने गोल्ड मेडल देकर डा. प्रोमिला सिंह अवार्ड से सम्मानित किया।
डा. मनोज गोयल सीईओ ने डा. प्रोमिला सिंह के जीवन के बारे में बहुत ही मार्मिक शब्दों में याद करते हुए यह कहा कि वह हम लोगों के हृदय में सदैव प्रेरणास्रोत के रूप में बनी रहेंगी। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ बी पी गुप्ता ने कहा कि डा. प्रोमिला सिंह एक बहुत ही शांतिप्रिय व सहयोगी स्वभाव की और पढ़ने में भी बहुत उत्कृष्ट थीं।
कार्यक्रम के दौरान श्री वर्मा जो डा. प्रोमिला सिंह के पिताजी हैं, ने अपने संबोधन के समय अवगत कराया कि उनकी बेटी बहुत ही होनहार थीं, उसने शुरू से लेकर 12वीं कक्षा तक सेंट जोसेफ एकेडमी, रेयान इंटरनेशनल स्कूल, के.डी.बी. स्कूल व सेंट पॉल गाजियाबाद में अध्ययन किया। उसने अपनी योग्यता व कला से उक्त सभी स्कूलों से अनेकों पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र प्राप्त किए हैं। उन्हें पूर्व में जिलाधिकारी इंद्रजीत वर्मा व मनोज सिंह आईएएस ने भी पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
श्री वर्मा ने कहा कि इसको ध्यान में रखते हुए उनकी बेटी के नाम से संतोष यूनिवर्सिर्टी ने इस वर्ष से गोल्ड मेडल अवार्ड प्रारंभ करके सराहनीय कार्य किया है। साथ ही साथ, बेटी की लगभग 10 फीट ऊंची प्रतिमा भी जल्द ही लगाने का आश्वासन दिया है। इस पर उन्होंने प्रबंधन कमेटी का आभार व्यक्त किया है। वर्मा जी ने उपरोक्त सभी छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि ऊपर तो ईश्वर है और नीचे आप लोग ईश्वर के समान हैं। लिहाजा, आप लोग सदैव नि:स्वार्थ भाव से सेवा करेंगे। जिसे डा. मनोज गोयल व उपस्थित छात्र-छात्रों व अतिथिगणों ने भी ताली बजाकर उनकी बात का समर्थन किया।
समारोह में छात्रों के साथ-साथ अतिथिगण एस. चन्द्रा, ए.के. वर्मा, एम.एल. दीपक, चन्द्रशेखर अहरवार, आशा शर्मा, आर.डी. शर्मा, बनवारीलाल नहरवाल, भाई रंजन प्रताप सिंह, रवि, सोनू व डा. प्रोमिला सिंह की माताजी शैलजा वर्मा, सोनम सिंह के अलावा परिवार के सदस्यगण उपस्थित रहे।