गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा सिद्वार्थ विहार स्थित डंपिंग ग्राउंड में डाला जा रहा शहर का कूड़ा आगामी 15 जनवरी के बाद वहां डंप नहीं किया जा सकेगा। यही वजह है कि निगम के लिए गले की फांस बन चुके इस डंपिंग ग्राउंड के वैकल्पिक समाधान को लेकर निगम ने सम्बन्धित लोगों की आपात बैठक बुलाई है। इस बाबत नगर आयुक्त चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि आगामी 24 दिसंबर को महापौर आशा शर्मा की अध्यक्षता में निगम अधिकारियों और पार्षदों के साथ कूड़ा डंप के मसले को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक सभागार में की जाएगी।
गौरतलब है कि यूपी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट मॉनिटरिंग कमेटी ने आगामी 15 जनवरी के बाद सिद्धार्थ विहार (प्रताप विहार) में कूड़ा डंप करने के लिए रोक लगा दी है, जिससे निगम के सामने अब एक अप्रत्याशित संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में शहर का कूड़ा कहां पर डंप किया जाएगा, इसका रास्ता तलाशने के लिए ही निगम सभागार में 24 दिसंबर को एक आपात बैठक बुलाई गई है, जिसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 को प्रभावी तरीक़े से लागू करने की रणनीति बनाई जाएगी। साथ ही, डंपिंग ग्राउंड का विकल्प तलाशा जाएगा।
इस बाबत नगर आयुक्त सी पी सिंह का कहना है कि गालंद में अभी कूड़ा डंप किया जाना संभव नहीं होगा। इसलिए गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग घरों से सेक्ररीकेशन करके देने की लोगों से अपील की गई है। ताकि गीले कूड़े का एंजायम कंपोस्ट बनाया जा सकेगा। मालूम हो कि आगामी 15 जनवरी के बाद से शहर से निकलने वाला करीब 1200 मीट्रिक टन कूड़े में से करीब 600 मीट्रिक टन कूड़ा कहां डंप किया जाएगा, इसके मद्देनजर नगर निगम की टेंशन अब ज्यादा बढ़ गई है, जिसके समुचित समाधान के लिए यह आपात बैठक बुलाई गई है जिसमें सभी 100 वार्डों के पार्षदगण उपस्थित रहेंगे। इस सम्बन्ध में उन्हें न्यौता भेज दिया गया है।
अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने भी बताया कि डंपिंग ग्राउंड में 15 जनवरी के बाद कूड़ा नहीं डाला जा सकेगा। लिहाजा, नगर निगम द्वारा कूड़ा किस जगह पर डाला जाएगा, इस बात पर भी निर्णय इसी बैठक में लिया जाएगा। क्योंकि यह आपात बोर्ड बैठक सिर्फ कूड़ा डालने और डंपिंग ग्राउंड के लिए नई साइट तलाशने को लेकर ही बुलाई गई है।