लेबर सेस टैक्स लगाकर मजदूरों का शोषण कर रही है योगी सरकार: सुरेंद्र प्रकाश गोयल






गाजियाबाद। पूर्व सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल ने प्रदेश सरकार पर लेबर सेस टैक्स लगाकर मजदूरों का शोषण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लेबर सेस टैक्स अभी तक किसी भी प्रदेश सरकार ने नहीं लगाया था, लेकिन भाजपा सरकार यह टैक्स लगाकर अपनी मंशा जाहिर कर चुकी है। गुरुवार को यहां आयोजित एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि लेबर सेस टैक्स से संबंधित कानून 1996 में केंद्र सरकार ने पारित किया था, जबकि यह प्रदेश में 2009 में तत्कालीन बसपा सरकार के शासन में पारित हुआ था। फिर भी 10 सालों में किसी भी प्रदेश सरकार ने लोगों पर लेबर सेस टैक्स नहीं लगाया, जबकि प्रदेश की भाजपा सरकार टैक्स पर टैक्स लगाकर लोगों को जीने नहीं देना चाहती है। इस मामले में अभी तक 50,000 लोगों को नोटिस दिया गया है।
उधर, देहात मोर्चा के संयोजक बाबू सिंह आर्य के द्वारा यह बात संज्ञान में लाने पर उन्होंने इस विषय को लेकर लेबर कमिश्नर के यहां प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश सरकार इसकी मदद से 100 करोड़ रुपए इकट्ठा करना चाहती है। इसलिए सरकार असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को रजिस्ट्रेशन के लिए भी मजबूर कर रही है। आज ही प्रदेश सरकार ने शराब के ऊपर अतिरिक्त सेस लगाकर गौशाला चलाने का ऐलान किया है, जबकि प्रदेश सरकार के पास बजट है जिससे गौशालाएं चलाई जा सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 3 प्रदेशों में सरकार जाने के बाद अब केंद्र सरकार तमाम प्रकार के छूट का एलान कर रही है, जबकि जनता सब कुछ समझ रही है। उन्होंने तुलसी निकेतन और दुकानों में चल रही सीलिंग का विरोध करते हुए कहा कि जीडीए बड़े दोषियों के दबाव में आकर छोटे दुकानों के मालिकों का उत्पीड़न कर रही है, जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जाएगा। इस वार्ता में सतीश त्यागी, लोकेश चौधरी, हाजी लियाकत अली, प्रेम प्रकाश आदि कांग्रेस नेतागण मौजूद थे।