राष्ट्रीय उत्तरायणी सेवा सम्मान समारोह आयोजित




नई दिल्ली।पर्वतीय लोकविकास समिति द्वारा हिम उत्तरायणी पत्रिका और उत्तराखंड पत्रकार परिषद के सहयोग से नई प्रेस क्लब ऑफ इंडिया,नई दिल्ली में 14 वें राष्ट्रीय उत्तरायणी सेवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को हिमालय गौरव,दिल्ली गौरव और पर्वत गौरव सम्मान प्रदान किये गए। समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय जनसंचार संस्था, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो.के- जी सुरेश ने कहा कि उत्तरायणी प्रकृति के सम्मान और पर्यावरण चेतना का प्रतीक पर्व  है। इसमें समाज,शिक्षा, चिकित्सा, कानून, साहित्य, कला, खेल और पर्यावरण के क्षेत्र के बौद्धिक महारथियों का सम्मान एक अच्छी पहल है। हिमालयी क्षेत्र के लोग देश में अपनी ईमानदारी और कार्यकुशलता के लिए जाने जाते हैं इन विशेष सम्मानोंपरस्पर संवाद से लोक से जुड़े लोगों को प्रोत्साहन मिलता है। वरेण्य अतिथि भारतीय तटरक्षक बल के निदेशक  राजेन्द्र सिंह बिष्ट व पूर्व रियर एडमिरल ओपीएस राणा ने कहा कि सूर्य,हिमालय]गंगा और यमुना से जोड़कर 2005 से दिल्ली में हमारी युवाशक्ति ने जो उत्तरायणी अभियान चलाया वह अब एक बड़ा सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक पहचान बन गया है। हमें इसे देश में एकता ,समृद्धि और विकास से जोड़ना होगा।भाजपा दिल्ली प्रदेश के संगठन महामंत्री  सिद्धार्थन ने कहा कि उत्सवों और पर्वों पर लोग हर्षित व उत्साहित रहते हैं। बड़ी संख्या में दिल्ली में पर्वतीय समाज के उत्तरायणी पर्व को स्वीकृति मिलना इनकी ईमानदारी,कर्मठता और परिश्रम का प्रमाण है। अतिविशिष्ट अतिथि  दिल्ली सरकार की संस्कृत और हिंदी अकादमी के सचिव डॉ जीतराम भट्ट ने कहा कि दिल्ली में उत्तरायणी को सहयोग देने की पहल के बाद अब सरकार ने  गढ़वाली,कुमाउनी और जौनसारी भाषाओं की अकादमी शुरू कर दी है जो दिल्ली में राह रहे 40 लाख से अधिक पहाड़वासियों के लिए बड़े गौरव का विषय है।  जामिया मीलिया इस्लामिया के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. गिरीश चंद पंत ने कहा कि उत्तरायणी वैश्विक प्रतिभाओं की पहचान करने वाला मंच है, यहां वैश्विक चिंताओं पर चर्चा के साथ समाधान के प्रयत्न होते हैं।  
पूर्व पीएम अटल जी व नरसिम्हा राव के निजी सचिव रहे श्री केआर पांडेय ने हिमालय की रक्षा और गंगा की स्वच्छता पर जोर दिया। प्रसिद्ध हास्य अभिनेता और उत्तराखंड सरकार में राज्यमंत्री घनानंद घन्ना ने पहाड़ की पहचान के साथ सबको एक होने का आह्वान किया। शीर्ष उद्योगपति चंद्रबल्लभ टम्टा ने कहा कि आज से 14 वर्ष पूर्व कुछ युवाओं द्वारा पालम में  शुरू की गई उत्तरायणी आज दिल्ली में सैकड़ों जगह होने लगी है जो हमारे प्रभाव को सिद्ध करती है। सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष अधिवक्ता और 2005 से उत्तरायणी अभियान के सहयात्री एडवोकेट नवीन कुमार जग्गी ने कहा कि देशभर में पहाड़ के लोग न केवल सेना  में बलिदान  और प्रशासन में जिम्मेदारी बल्कि हर क्षेत्र में मेहनत और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। समारोह में हिमालय गौरव सम्मान से सम्मानित होने वालों में शीर्ष साहित्यकार प्रो- गंगा प्रसाद विमल, -पूर्व रियर एडमिरल ओपीएस राणा, कॉस्ट गार्ड महानिदेशक राजेन्द्र सिंह बिष्ट, पूर्व प्रशासक केआर पांडे, हास्य कलाकार घनानंद घन्ना, शिक्षाविद चंद्रपाल रावत, वरिष्ठ पत्रकार हेमेंद्र बर्त्वाल व मनोज इष्टवाल, साहित्यकार डाॅ. सतीश कालेश्वरी, आप पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरीश अवस्थी, सामाजिक कार्यकर्ता राकेश धस्माना व पीयूष पंत शामिल हैं।   माॅरीशस सरकार के शिक्षा सलाहकार व अन्तर्राष्ट्रीय रामायण विशेषज्ञ प्रो. ज्ञान, वरिष्ठ पत्रकार और न्यूज नेशन चैनल के राजनीतिक संपादक धीरेन्द्र पुंडीर, शिक्षाविद् संजय भारतीय, डीयू के प्रोफेसर डाॅ. वीरेन्द्र सिंह नेगी, डाॅ. मनोज कुमार कैन व डाॅ. हरेन्द्र असवाल, श्री लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ के डाॅ. दयाल सिंह पंवार, एमडीयू की हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. पुष्पा, संजीव सोलंकी व आकाशवाणी के न्यूज कंसल्टेंट वरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी को दिल्ली गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। पर्वत गौरव सम्मान करने वालों में सुप्रसिद्ध गायिका वसुंधरा रतूड़ी, उमेश पंत , डॉ सुशील कोटनाला, निशानेबाज दिव्यांशी राणा, वेटलिफ्टर मनीष नेगी, गढ़वाल हीरोज फुटबाॅल क्लब के महासचिव अनिल नेगी, मुंबई मैराथन विजेता सुंदर सिंह बिष्ट, लेखिका आभा पैन्यूली, लोक कलाकार हेम पन्त आदि प्रमुख हैं।  समारोह की अध्यक्षता करते हुए शीर्ष साहित्यकार व केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय के पूर्व निदेशक प्रो. गंगा प्रसाद विमल ने कहा कि हिमालय और गंगा को बचाने के लिए पर्यावरण पुरुष सुन्दरलाल बहुगुणा  की आकांक्षा के अनुरूप घर-घर , गांव-गांव व शहर एवं महानगरों में पौधारोपण पर जोर देने के साथ हरियाली को बढ़ाने की जरूरत है। यह खुशी की बात है कि समिति से जुड़े नवयुवाओं ने 15 वर्ष पूर्व जिस प्रकार उत्तरायणी को प्रकृति के संरक्षण व पर्यावरण जागरूकता से जोड़ा उसके परिणाम प्रत्यक्ष होने लगे हैं। 
समारोह का संचालन उत्तरायणी अभियान के संयोजक व पर्वतीय लोकविकास समिति के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सेमवाल व उत्तराखंड पत्रकार फोरम के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार सुनील नेगी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन पर्वतीय लोकविकास समिति के उपाध्यक्ष व सेव हिमालय के संयोजक विनोद नौटियाल ने किया।