गाजियाबाद में शैक्षणिक संवर्द्धन के लिए बहुआयामी उपाय किए: जनरल वी के सिंह













गाजियाबाद। स्थानीय सांसद और विदेश राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जनरल (अवकाशप्राप्त) वी के सिंह ने अपने लोकसभा क्षेत्र में शैक्षणिक सम्वर्द्धन के लिए उल्लेखनीय प्रयास किये हैं। उन्होंने पांचों विधानसभाओं में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने और सर्वसुलभ बनाने के लिए कई कार्य किये हैं। 
 

इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए इस संवाददाता को उन्होंने बताया कि किसी भी समाज की प्रगति और उत्थान में शिक्षा ही उसकी असली नींव होती है। यही वजह है कि अपने देश में ज्ञान परंपरा और शिक्षा की प्राथमिकता हमेशा से ही सर्वोपरि रही है। जब मैं राजनीति से जुड़ा तो मेरी मुख्य प्राथमिकताओं में शिक्षा सबसे अहम रही और मैंने ये निश्चय किया कि अपने क्षेत्र में समुचित एवं उच्च शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करूंगा। उसी के लिए मीरपुर हिन्दू में कन्या महाविद्यालय (लोनी विस क्षेत्र), ट्रांस हिंडन में राजकीय महाविद्यालय (साहिबाबाद विस क्षेत्र), डासना में राजकीय महिला डिग्री कॉलेज (गाजियाबाद विस क्षेत्र) और गाजियाबाद में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षक संस्थान आदि मुख्य कार्य करवाए। 

 

श्री सिंह ने आगे बताया कि धौलाना विधान सभा क्षेत्र के कंदौला आईटीआई का शुभारंभ हो चुका है। इसके अलावा, वहां राजकीय महाविद्यालय की स्थापना हेतु भूमि आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। यहीं के पिलखुवा-हिंडालपुर में 1334 लाख रुपये की लागत से राजकीय पॉलिटेक्निक का निर्माण करवाया जा रहा है। साथ ही, यूपीपीसीएल गाजियाबाद एमएसडीपी के अंतर्गत ग्राम देहरा, विकास खण्ड धौलाना विधानसभा में 455 लाख रुपये की लागत से राजकीय इंटर कॉलेज का निर्माण करवाया गया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न केंद्रीय और निजी विद्यालयों में बच्चों का दाखिला करवाने में भी खुले दिल से बिना भेदभाव के सहयोग किया जिससे केंद्रीय विद्यालयों में वर्षवार क्रमशः 26, 70, 60 और 60 दाखिले करवाये गए। उसी प्रकार निजी विद्यालयों में भी वर्षवार क्रमशः 55, 40, 30 और 30 दाखिले करवाये गए। 

 

एक सवाल का जवाब देते हुए श्री सिंह ने यह भी बताया कि प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों के आधुनिकीकरण करवाने और नए भवन का निर्माण करवाने की दिशा में भी मैंने बहुत पहल की है, जिससे जनविश्वास हासिल हुआ है। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ रुपये की लागत से प्राइमरी और जूनियर हाई स्कूल को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करवाया गया है। लगभग 350 स्कूलों में आधुनिक फर्नीचर, बाउंड्री वाल का आधुनिकीकरण, फर्श एवं छत की मरम्मत, 

इंटरलॉकिंग टाइल्स की व्यवस्था, ब्लैकबोर्ड, पेयजल हेतु समर्सिबल/हैंडपम्प की व्यवस्था, शौचालय, किचन गार्डन आदि की सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई है।