मोहम्मद सेनजिक ने कहा की इंडिया और यहाँ की फिल्मे पुरे विश्व में प्रसिद्ध है और खासकर यहाँ के गीत, हमारे यहाँ ज्यादातर फिल्मे प्रेरणादायक ही बनती और देखी जाती है। आईंदा बेजिक ने कहा की मैं हमेशा ऐसी फिल्मो का निर्देशन करती हूँ जो हमें कुछ सीखा सके और हमें हमारी संस्कृति से जोड़ सके। मेरी ज्यादातर फिल्मे औरतों और बच्चों के जीवन पर आधारित रही है, जहाँ तक औरतों की बात है किसी भी देश में एक औरत को अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है उसी को मैंने फिल्मो में दिखाने की कोशिश की। फिल्म निदेशक फारूक ने कहा की मैं भारत बचपन में आया था यह आज भी उतना ही खूबसूरत है जितना पहले था, मैं यहाँ के छात्रों से बहुत कुछ सीखने आया हूँ। यहाँ के छात्रों का उत्साह देखकर मुझे अपना छात्र जीवन याद आ गया। इस अवसर पर क्लासिकल डांसर कल्पना भूषण ने अपना नृत्य प्रस्तुत किया जिसे देखकर छात्रों में उत्साह तो था ही साथ ही मेहमानो ने भी नृत्य का बहुत आंनद लिया।
बोस्निया और हर्ज़ेगोविना की फिल्मो पर वर्कशॉप