दिल्ली के प्रदूषण की मार झेल रहे लोगों ने कराई अपने फेफड़ों की निःशुल्क जांच
# कड़कड़डूमा के गैलेक्सी हॉस्पिटल में उमड़ी मरीजों की भारी भीड़ 

 

# मानवीय संवेदनाओं के मद्देनजर समुचित इलाज हेतु  आर्थिक लाभ-हानि की परवाह नहीं करते डॉ के के पांडे के टीम में शामिल लोग 









 

नई दिल्ली/गाजियाबाद। जनपद के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में कार्यरत एक चिकित्सक ने अपनी पेशेवर दक्षता से पूर्वी दिल्ली के लोगों का भी दिल जीत लिया है। उन्होंने खुलासा किया है कि दिल्ली वासी भले ही बीड़ी सिगरेट नहीं पीते हैं, लेकिन वायु प्रदूषण के चलते लगभग 40 फीसदी लोग धूम्रपान जैसी बीमारियों से ही ग्रसित हैं।खास बात यह कि उनसे लड़ने का बीड़ा भी डॉ के के पांडे ने ही उठाया है। दो साल पूर्व उन्होंने एक ऐसे अस्पताल की नींव रखी है जो जनसेवा मार्ग में लाभ-हानि जैसी कुत्सित भावना को कतई आड़े नहीं आने देगा। यदि विश्वास नहीं है तो एक बार खुद आजमा लीजिये।

 

बता दें कि कड़कड़डूमा स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल एवं लंग इंस्टीट्यूट द्वारा अस्पताल की स्थापना के 2 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशाल फेफड़ा एवं स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। इस शिविर में वरिष्ठ फेफड़ा एवं श्वांस रोग विशेषज्ञ एवं गैलेक्सी हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ के के पांडेय, वरिष्ठ पल्मनोलॉजिस्ट डॉ अर्जुन खन्ना एवं डॉ अंकित सिन्हा ने मरीजों को सांस, खर्राटे, एलर्जी, ब्लड प्रेशर एवं फेफड़े संबंधित रोगों के लिए नि:शुल्क परामर्श दिया। 

 

साथ ही, लोगों की मुफ्त कंप्यूटर द्वारा फेफड़ों की जांच, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ईसीजी आदि जांचें भी की गई। कैंप में आये मरीजों ने बताया कि कंप्यूटर द्वारा फेफड़ों की जांच काफी महंगी होती है और लगभग 2000 रुपये लग जाते हैं। ऐसे में गैलेक्सी हॉस्पिटल ने इस जांच को मुफ्त में कर के उनकी मुश्किल को आसान कर दिया।इससे लम्बे समय से पैसों के अभाव में यह टेस्ट न करा पाने वाले लोगों ने इस टेस्ट को कराया और निःशुल्क परामर्श का भी लाभ लिया।   

 

कैंप के संचालन में गैलेक्सी हॉस्पिटल के मुख्य प्रबंधक पूरन पांडेय का भी विशेष सहयोग रहा। उन्होंने बताया कि कैंप में लोनी, गाजियाबाद, शाहदरा, कृष्णा नगर, मयूर विहार, रोहिणी, ग्रेटर नॉएडा जैसे सुदूर स्थानों से भी मरीजों ने भाग लिया। लोनी से आयी 65 वर्षीय शान्ति देवी ने बताया कि कैंप का बहुत ही सुखद अनुभव रहा तथा भविष्य में भी ऐसे और कैंप लगने चाहिए। वो अपने परिवार के 3 अन्य लोगों के साथ कैंप में जांच कराने आयी थी। विश्वास नगर से आये 63 वर्षीय निर्मल मेहरा ने भी कैंप का लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि अब जा कर उनको अपनी बीमारी की सही पहचान हो सकी है। इसके लिए उन्होंने डॉक्टरों का धन्यवाद किया।

 

कैंप की सबसे प्रमुख विशेषताओं में कार्बन मोनोऑक्साइड टेस्टिंग रही। ऐसे लोग जो बीड़ी सिगरेट नहीं पीते, उनके फेफड़ों की जांच हेतु नि:शुल्क कार्बन मोनोऑक्साइड टेस्टिंग की गई और 30 से 40 प्रतिशत लोगों में यह पाया गया कि यद्यपि वे बीड़ी सिगरेट नहीं पीते, फिर भी उनके फेफड़ों पर बीड़ी-सिगरेट पीने वाले लोगों जैसे ही प्रभाव पड़ रहे हैं, जिससे उनको भविष्य में फेफड़ों की बीमारी होने का खतरा बढ़ गया है। उन्हें अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखने के उपाय भी बताए गए।

 

कैंप में आए ढाई सौ से भी ज्यादा मरीजों मे से लगभग 75 लोगों के फेफड़ों की जांच कंप्यूटर द्वारा की गई, जिसमें लगभग 40 प्रतिशत लोगों के फेफड़े बीमारी से ग्रसित पाए गए। कई बुजुर्ग जो हृदय रोग से पीड़ित थे, जब उनके फेफड़ों की जांच की गई तो उन्हें पहली बार पता चला कि उन्हें फेफड़ों की बीमारी भी है। ऐसे ही कुछ मरीज जो फेफड़ों की बीमारी से ग्रसित थे, जब उनका ईसीजी किया गया तो यह पाया गया कि उनको हृदय की बीमारी भी है। ऐसे में इस प्रकार के स्वास्थ्य जांच कैंप की अहमियत और भी ज्यादा बढ़ जाती है।

 

कैंप की विशेषता यह रही कि इस कैंप में नेशनल इंटेग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों का भी मुफ्त फेफड़ा परीक्षण किया गया और कम्प्युटर द्वारा उनके फेफड़ों की जांच की गयी। साथ ही उन्हें मरीजों को फेफड़ों की बीमारियों के निदान एवं उपचार की नई तकनीकी के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।

 

इस मौके पर डॉ के के पांडेय ने बताया कि गैलेक्सी हॉस्पिटल में दिल्ली के बड़े बड़े डॉक्टर कार्यरत हैं, जो गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं और उन्हें बड़े हॉस्पिटलों में कार्य का अनुभव भी है। गैलेक्सी हॉस्पिटल में यह डॉक्टर बहुत ही किफायती दरों पर अपनी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। डॉ पांडेय ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि गैलेक्सी हॉस्पिटल का उद्देश्य यह है कि किसी भी जरूरतमंद को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहना पड़े है और इस हेतु वह पूरी तरह से लोगों की मदद के लिए आगे आते हैं।

 

इस अवसर पर हॉस्पिटल के मैनेजमेंट एवं डॉक्टरों द्वारा फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए एक न्यूज़ लेटर का भी विमोचन किया गया, जिसमें गैलेक्सी हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ अनिल वर्मा, डॉ पारस गंगवाल विशेष रूप से मौजूद थे।