बता दें कि रविवार को नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने नागरिकों की सुविधा के मद्देनजर नगर निगम सीमान्तर्गत 11 स्थानों पर गृहकर जमा करने के लिए कैम्प लगवाए। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सिटी जोन में महाराणा प्रताप सीनियर सेकेंडरी स्कूल लोहियानगर, मरकज़ मस्जिद कैला भट्टा में कैम्प लगवाया। वहीं, मोहननगर जोन में वार्ड नंबर 37 स्थित गौरी शंकर पार्क शालीमार गार्डन मैन और वार्ड संख्या 73 स्थित चंद्रशेखर पार्क में कैम्प लगवाया गया। वहीं, वसुंधरा जोन में वसुंधरा सेक्टर 5 स्थित ओलीव कंट्री, इंदिरापुरम स्थित एटीएस अपार्टमेंट और इंदिरापुरम स्थित कृष्णा विस्टा अपार्टमेंट में कैम्प लगवाया गया। वहीं, विजय नगर जोन में पंचशील वेलिंगटन क्रॉसिंग सिटी में कैम्प लगवाया गया।
वहीं, कविनगर जोन में संजयनगर सेक्टर 23 स्थित पानी की टंकी परिसर, महागुनपुरम सोसायटी एनएच 24 और
मैनापुर गार्डन एनक्लेव में कैम्प लगवाया गया।
इस मौके पर नगर आयुक्त दिनेश चंद द्वारा सभी जोनल प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वह कर वसूली कार्य में और अधिक मेहनत कर लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत वसूली कराना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, प्रचार-प्रसार के माध्यम से नागरिकों को समय से अपना गृहकर जमा करने हेतु जागरूक भी करें।
इस अवसर पर नगर आयुक्त ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिन क्षेत्रों, कालोनियों, वार्डों से अभी तक नागरिकों द्वारा अपना गृहकर जमा नहीं कराया गया है, वहां पर आवश्यकतानुसार कैंप लगवाएं तथा व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से नागरिकों को गृहकर कर जमा कराने हेतु जागरुक भी करें।
नगर आयुक्त दिनेश चंद द्वारा पांचों जोनों में लगवाए गए टैक्स कलेक्शन कैंपों का अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार व मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ संजीव सिन्हा के साथ निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के समय कैंपों में अपना गृहकर जमा कराने आये नागरिकों को नगर आयुक्त दिनेश चंद्र द्वारा प्रतिबंधित प्लास्टिक सामग्री का प्रयोग न करने तथा अन्य नागरिकों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने देने के बारे में भी जागरूक किया गया। साथ ही प्रतिबंधित प्लास्टिक संबंधी अधिनियम के अंतर्गत सुसंगत धाराओं जिनमें प्लास्टिक प्रयोग करने पर जुर्माने व कारावास आदि का उल्लेख है, की भी जानकारी दी गयी।
नगर आयुक्त ने रविवार को नगर निगम सीमा अंतर्गत लगवाए गए कैंपों पर नागरिकों द्वारा अपना-अपना गृहकर जमा कराया गया जिसमें कुल 27 लाख 26 हजार रुपये की प्राप्त हुई। इस पर नगर आयुक्त द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी जोनल प्रभारियों को कड़े रूप से निर्देशित किया कि जिस भी जोनल प्रभारी द्वारा अपने निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष वसूली नहीं की जाएगी, उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।