जनाना अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से हॉस्पिटल में पैदा हुई बेटी को बेटा बना दिया

अलवर्।  अलवर  के जनाना अस्पताल में बच्चा बदलने का मामला सामने आया है। परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके लडका हुआ था, लेकिन उनको लड़की दे दी गई । उसके बाद परिजनों ने  हॉस्पिटल परिसर में हंगामा खड़ा कर दिया  और मामले की जांच करने की मांग करने लगे। जानकारी के अनुसार यशवंत की पत्नी संतोष देवी निवासी गुडकी के रहने वाली है। यशवंत ने बताया कि मेरी पत्नी संतोष के डिलीवरी के लिए आठ फरवरी 2019  को महिला चिकित्सालय अलवर में भर्ती कराया गया।  जहा उसके प्रसव हुआ। प्रसव में महिला के लड़की हुई थी और महिला ग्यारह फरवरी को छुट्टी लेकर अपने घर पहुची। उसके बाद आज संतोष का पति यशवंत हॉस्पिटल पहुचा। अस्पताल की एक नंबर खिड़की पर गया और लड़की होने पर पहली किस्त लेने की बात कर रहा था। तभी खिड़की पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि आप के तो लड़का हुआ है । इस बात को लेकर हॉस्पिटल में हंगामा खड़ा हो गया। परिजन डॉक्टर से लड़का लेने की जिद पर अड़ गए । उसके बाद परिजन हॉस्पिटल पहुंचे और प्रमुख चिकित्सा  अधिकारी सुनील चौहान से मिले और मामले से अवगत कराया। जिस पर पीएमओ ने जांच करवाने के निर्देश दिए। परिजन यशवंत कुमार ने बताया कि लड़की पैदा होने पर सरकार द्वारा 50000 दिए जाते हैं जबकि लड़का होने पर सिर्फ 14 सो रुपए दिए जाते हैं इसलिए हो सकता है कि सरकारी राशि को हड़पने के लिए उन्होंने कागजों में फेरबदल किया हो उन्होंने कहा कि अगर मुझे लड़का हुआ है तो मुझे लड़का ही सौंपा जाए लड़की क्यों सौंपी गई है उन्होंने संदेह भी व्यक्त किया कि कहीं इन्होंने बच्चा बदल तो नहीं दिया।