नोएडा: न्यूबर्ग इंजीनियरिंग लिमिटेड ने सीरिया के हम्स शहर में हम्स रिफाइनरी लिमिटेड के परिसर में 99.99 प्रतिशत शुद्धता वाला अपना PSA नाइट्रोजन उत्पादक इकाई शुरू की है जिसकी प्रवाह दर (फ्लो रेट) 500 एनएम3 प्रतिघंटा है। यह कंपनी के लिए एक बड़ी सफलता है। यह इकाई नाइट्रोजन गैस का उत्पादन करेगी ताकि गैसोलीन उत्पादन इकाइयों की ज़रुरत पूरी हो सके। इस इकाई का डिजाईन तैयार करने से लेकर इंजीनियरिंग, विनिर्माण, आपूर्ति और शुरू करने का काम न्यूबर्ग इंजीनियरिंग लिमिटेड के इंजिनियरों ने किया है।विशिष्ट वैश्विक विशेषज्ञों के सहयोग और न्यूबर्ग टीम के निरंतर प्रयास से उत्पादन इकाई शुरू की गई है ताकि नाइट्रोजन की ज़रुरत पूरी के जा सके जो गैसोलीन उत्पादन की बुनियादी आवश्यकता है। यहाँ परिचालन शुरू होने के आधे घंटे के अन्दर उत्पाद प्राप्त हो जाता है।
न्यूबर्ग इंजीनियरिंग लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री वी के गुप्ता ने कहा, “सीरिया जैसे युद्धग्रस्त देश में परियोजना के कार्यान्वयन से जुड़ी चुनौतियों के मद्देनज़र यह महत्वाकांक्षी परियोजना थी। पूरा श्रेय हमारी इंजीनियरिंग टीम को जाता है जिसने हर चुनौती पर विजय पाई और परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया। इससे पहले न्यूबर्ग ने विश्व भर में इराक जैसे संघर्षरत क्षेत्र समेत 32 से अधिक देशों में 900 से अधिक परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी की हैं। परियोजना का पूर्ण कार्यान्वयन परियोजना को अंतिम रूप दिए जाने के छह महीने के भीतर पूरा कर दिया गया। हम अपने भागीदार एम/एस यूनिको पेट्रोलियम और एम/एस हम्स रिफाइनरी के प्रति भी इस परियोजना में उनके समर्थन और सहयोग के लिए आभार प्रकट करना चाहते हैं। ”
इस इकाई का महत्त्व नाइट्रोजन के उत्पादन और भण्डारण में है। यह विशेष तौर पर गैसोलीन उत्पादन के लिए आवश्यक है, मुख्य रूप से इन इकाइयों के शुरू होने के दौरान। इसके अलावा प्रेशराइज्ड सस्पेंस के दौरान सुरक्षा के लिए भी इसकी ज़रुरत होती है जो नाइट्रोजन पर्जिंग के ज़रिये होता है। इन कम्प्रेशरों के पुनर्निर्माण के दौरान इन इकाइयों की सफाई महत्वपूर्ण है। यह सफाई नाइट्रोजन गैस के ज़रिये होती है।
इन इकाइयों के विभिन्न चरण हैं। पहली है एयर कम्प्रेशन और दूसरी है पीएसएस प्रोद्योगिकी द्वारा नमी का छनना (फ़िल्टरेशन) एवं नाइट्रोजन अवशोषण और अंतिम प्रक्रिया है नाइट्रोजन का भण्डारण। नई इकाइयाँ सीरिया में तेल उद्योग की सम्पन्नता में योगदान करेंगी और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मज़बूती प्रदान करेंगी।