# पहले प्रेमी से दगाबाजी करने के चलते गई थी युवती और उसके मंगेतर की जान
# दिल्ली पुलिस का एएसआई निकला दोहरे हत्याकांड का गुनाहगार
# अपने दोस्त के साथ मिलकर दिया था प्रतिशोध भरे वारदात को अंजाम
# पुलिस ने बरामद किया सर्विस रिवाल्वर और जिंदा कारतूस
गाजियाबाद। थाना कोतवाली पुलिस ने दोहरे हत्या काण्ड का खुलासा करते हुए दो अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्यारोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त स्वीफ्ट कार व आलाकत्ल के साथ ही सरकारी पिस्टल मय कारतूस बरामद कर लिया है। बता दें कि गत 25 मार्च को साईं उपवन में एक युवक अन्नू उर्फ सुरेन्द्र चौहान एवं उसकी मंगेतर की सुबह करीब आठ बजे गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे मंदिर परिसर में अफरातफरी मचने के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी। इस सम्बन्ध में थाना कोतवाली पर मु.अ.सं. 259/19 धारा 302 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
पुलिस पूछताछ में मुख्य अभियुक्त दिनेश कुमार पुत्र प्यारेलाल जाटव नि. म.नं. 258 मो. आर्यनगर पिलखुआ थाना पिलखुआ जनपद हापुड़ हाल तैनाती एएसआई ट्रैफिक पुलिस सीमापुरी सर्किल जिला नार्थ ईस्ट दिल्ली ने बताया कि मृतका उसके साले नरेश की साली थी।रिश्तेदारी के कारण उसका मृतका के घर आना जाना हो गया था। जिससे दोनों के बीच नजदीकी सम्बन्ध स्थापित हो गये थे। और लम्बे समय तक यह सम्बन्ध चलते रहे। लेकिन मृतका ने हत्या से लगभग एक सप्ताह पूर्व दिनेश से न केवल अपना सम्पर्क खत्म कर लिया बल्कि अपना मोबाइल नम्बर भी बदल लिया था। क्योंकि मृतका अन्नू उर्फ सुरेन्द चौहान हाल निवासी प्रताप विहार थाना विजयनगर के सम्पर्क में आ गयी थी और उससे ही शादी करना चाहती थी। लिहाजा, दोनों की शादी तय हो गयी थी।
पुलिस के मुताबिक, दिनेश इसी बात से नाराज था कि मृतका ने उससे अपना सम्बन्ध खत्म कर लिया और उससे मिलना जुलना भी बन्द कर दिया। जिससे खींझ कर एएसआई दिनेश कुमार गत 24 मार्च को अपनी सरकारी ड्यूटी जोकि रात्रि 8 बजे से सुबह 8 बजे तक थी, को करने के क्रम में 25 मार्च को उसने सुबह 7 बजे से पहले ही अपनी ड्यूटी छोड़ कर अपने साथी पिन्टू शर्मा के साथ उसकी स्वीफ्ट कार नं. डीएल 2सीएपी 6014 से 25 मार्च की सुबह ही मृतका के घर के आसपास जाकर खड़े हो गये। फिर, जब मृतका अपने मंगेतर अन्नू के साथ स्कूटी से साईं उपवन स्थित साईं मन्दिर में पूजा करने हेतु पहुंची तो दिनेश भी अपने साथी के साथ उसका पीछा करता हुआ वहां पहुंचा, जहां दिनेश की मृतका से कहासुनी हुई। उससे आक्रोशित दिनेश ने अपनी सर्विस पिस्टल से पहले मृतका को गोली मारी और फिर उसके मंगेतर अन्नू उर्फ सुरेन्द्र चौहान को भी गोली मार दी।
पुलिस के मुताबिक, दिनेश ट्रैफिक पुलिस से पहले वीवीआईपी सुरक्षा में भी तैनाती के साथ दिल्ली के अन्य कई जिलों में भी सिविल पुलिस में तैनात रहा है। अभियुक्त दिल्ली पुलिस में वर्ष 1994 में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था। वर्ष 2008 में हेड कान्सटेबिल व वर्ष 2016 में एएसआई बना है।
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