नारायणपुर (अलवर)। कस्बा में स्थित राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर में बीमार व्यक्ति दवाई लेने के लिए जब पर्चियां कटवाते हैं तो उस पर मतदान जागरूकता अभियान के तहत शत-प्रतिशत मतदान में अपनी भागीदारी निभाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा पर्ची पर अपनी जिम्मेदारी पूरी करें, मतदान अवश्य करें के नाम की मोहर लगाई जाती है जिससे अपने क्षेत्र में शत-प्रतिशत मतदान में भागीदारी कर सके। एक और तो शत प्रतिशत मतदान के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मत लेने वाले राजनेता व प्रशासनिक अधिकारी ना तो इस सामुदायिक चिकित्सालय में महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर लगाते हैं और ना ही यहा पर बच्चों का डॉक्टर है। यहां पर आपातकालीन सुविधाओं का अभाव होने के कारण मरीजों को अलवर व जयपुर रेफर किया जाता है, लेकिन सड़क मार्ग जर्जर व गहरे गड्डे होने से राहगीरों को एक घंटा लग रहा है वहीं नारायणपुर से कुशलगढ़ सड़क मार्ग का पूर्व में ठेकेदार द्वारा पेच वर्क कार्य किया गया था लेकिन सड़क मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही अधिक होने से सड़क मार्ग फिर से जर्जर वह क्षतिग्रस्त हो गया जिसके चलते दैनिक यात्रियों को परेशानी के साथ साथ समय का दुरुपयोग हो रहा है सड़क मार्ग में हो रहे गहरे गड्ढों के चलते नारायणपुर सीएससी से अलवर के लिए रेफर मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं आय दिन जर्जर सड़क वह गहरे गड्ढों से बाइक सवार लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं ओर इसी जर्जर सड़क मार्ग पर पूर्व में भी एंमबुलेस दुर्घटना होने से ड्राइवर की सूझबूझ के कारण बाल-बाल बचे थे। इस समस्या को लेकर जिला प्रशासन को पूर्व में भी कई बार ग्रामीणों द्वारा लिखित में ज्ञापन दिया गया, लेकिन अभी तक उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई। दूसरी ओर होम्योपैथिक चिकित्सालय 33 वर्षों से नारायणपुर में संचालित है लेकिन भवन के अभाव में एक छोटे से कमरे में चल रहा है,जिसका भवन बनवाने के लिए कई बार भूमि आवंटन की मांग की जा चुकी है, लेकिन ग्राम पंचायत की अनदेखी के कारण उनकी जमीन तक आवंटित नहीं की गई तो फिर जिस क्षेत्र की जनता ने अपने ही क्षेत्र का प्रतिनिधि चुना है वहीं विकास कार्य नहीं कर रहा है तो अपनी जिम्मेदारी पूरी करें मतदान अवश्य करें की मोहर लगाकर मतदाताओं को शत प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं लेकिन दूसरी ओर इतनी बड़ी समस्या होने के कारण भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है इस प्रकार मरीजों को ओ.पी.डी.रजिस्ट्रेशन पर्ची के द्वारा जागरूक किया जा रहा है।