नई दिल्ली ।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस । उत्तर रेलवे, प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। इस अवसर पर उत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक, श्री टी. पी. सिंह अपर महाप्रबन्धक, सुश्री अर्चना जोशी एवं अनेक वरिष्ठ रेल अधिकारी उपस्थित थे प्रोत्साहित करने और महिला कर्मचारियों, विशेष रूप से फूट लाइन कर्मचारियों, विशेष रूप से फेंट लाइन ; और फील्ड ड्यूटी में कार्यरत कर्मचारियों को सशक्त बनाना उत्तर रेलवे का एक प्रतिबद्ध प्रयास है। उत्तर रेलवे के पास एक ऐसा कार्य -बल हैजिसमें तकनीकी और गैर-तकनीकी कोटियों में अनेक महिला अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद हैं। उत्तर रेलवे के कुल कार्य-बल का लगभग 15 प्रतिशत महिलाएं हैं । रेलवे महिला यात्रियों और बच्चों की सुरक्षा और संरक्षा को उच्च प्राथमिकता देती है। महिला रेल सुरक्षा बल कीकर्मचारियों के दल वाली दिल्ली में भैरवी और वीरांगना तथा फिरोजपुर में : वैशाली जैसी टीमें हैं जो महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों को रोकने में सक्रिय भूमिका निभा सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। उत्तर रेलवे पर हजारों महिलाएं कार्यालयों में राजपत्रित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के रूप में, अस्पतालों में डॉक्टरों, सर्जनों और अर्ध-चिकित्सा कर्मचारियों के रूप में, इंजीनियरों और जूनियर इंजीनियरों, बतौर स्टेशन मास्टर फेंट-लाइन कर्मचारियों के रूप में आरक्षण लिपिकों, चल टिकट परीक्षकों इत्यादि के रूप में कार्यरत हैंअकेले दिल्ली मंडल पर अनेक महिला लोको पायलट हैं। इसके अलावा दक्ष तकनीशियन, सहायक महिला कारीगर और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ी उत्तर रेलवे के कार्य-बल में मौजूद हैं। रेलवे अपनी महिला कर्मचारियों की जरूरतों को लेकर बहुत संवेदनशील हैऔर कार्य स्थलों को उनकी सरक्षा और संरक्षा के लिए अनेक उपाय करती है। महिला कर्मचारियों को विभिन्न प्राधिकार प्राप्त हैं जिनके अंतर्गत उनको मातृत्व अवकाश, शिशु देख-भाल अवकाश और परिवार कल्याण को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष अवकाश दिए जाते हैं। मंडलों में कार्यालय परिसरों के भीतर क्रैच चलाए जा रहे हैंताकि महिला कर्मचारी अपने शिशुओं को देख-भाल भी कर सकें । उत्तर रेलवे महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए नियमित रूप से कार्यशालाओं और कार्यक्रमों का आयोजन करती हैजिससे हज़ारों महिलाओं को लाभ पहुँचा है।
उत्तर रेलवे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2018 का आयोजन किया