इस अवसर पर श्री शारदा ने कांग्रेस, सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बसपा शासनकाल में 5,888 और सपा शासनकाल में 17,823 उद्योग यूपी से पलायन करने को विवश हो गए, क्योंकि तीनों पार्टियों ने भ्रष्टाचार और लूट-पाट को बढ़ावा दिया। लेकिन बीजेपी के सत्ता में आते ही स्थिति बदली है और व्यापारी यहां लौटने लगे हैं। अब टाटा और अम्बानी भी यूपी में अपना उद्यम लगाने को ततपर हैं। उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि नोटबन्दी और जीएसटी से व्यापारी तबका नाराज है और दावा किया कि वैश्य समाज सिर्फ भाजपा को ही पूरे उत्साह से वोट करेगा ताकि समाज हित साधक मोदी सरकार लौटे।
श्री शारदा ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन करके व्यापारियों पर उपकार किया है। इस सरकार ने 15 करोड़ लोगों को मुद्रा ऋण देकर करोड़ों रोजगार का सृजन किया है जिससे समाज सहित सभी लोग लाभान्वित हुए हैं। सरकार द्वारा चलाई गईं 127 कल्याणकारी योजनाओं से भी लोगों को फायदा मिला है। सिंगल विंडो प्रणाली से विचौलियों का सफाया हुआ है। साथ ही, देव तुल्य करदाताओं को भी लाभ मिला है। हालांकि वह इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से व्यापारी समाज के लिए न्यूनतम कितनी सीटें पाने की अपेक्षा रखते हैं।
इस मौके पर महानगर अध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी, महानगर संयोजक नवनीत अग्रवाल, क्षेत्रीय सह संयोजक विभु बंसल, महानगर महामंत्री राजीव अग्रवाल, राजेश शर्मा, महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी, किसान मोर्चा मीडिया प्रभारी सौरभ जायसवाल, निशांत गुप्ता, राजू छाबड़ा, पार्षद हिमांशु लव, गांधीनगर मंडल अध्यक्ष संदीप प्रसाद, सदर मंडल अध्यक्ष राकेश त्यागी, गाजियाबाद विधानसभा मीडिया प्रभारी नीरज गोयल, रोहित जनेजा, रवि गर्ग, संदीप गोयल, अजित निगम, संजय तीतौरिया, शरद व राकेश गर्ग आदि उपस्थित रहे।