नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव-2019 के तहत छठे चरण में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होना है। जहां आम आदमी पार्टी ने सातों लोकसभा सीटों (चांदनी चौक, नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली) पर उम्मीदवारों का ऐलान करके बाजी मार ली है, वहीं भाजपा इसकी तैयारी में जुटी है। भाजपा और आप के विपरीत दिल्ली में कांग्रेस का हालात ज्यादा ठीक नहीं है। अभी तक गठबंधन को लेकर उलझन में है। इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि आप से गठबंधन नहीं होने की सूरत में दिल्ली के आधा दर्जन कांग्रेस नेताओं ने चुनाव लड़ने इनकार कर दिया है। बताया जा रहा है कि अजय माकन, कपिल सिब्बल, संदीप दीक्षित, शर्मिष्ठा मुखर्जी और ओमप्रकाश बिधूड़ी समेत अन्य कई नेताओं ने आलाकमान को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। वहीं, एक खबर यह भी आ रही है कि जयप्रकाश अग्रवाल, महाबल मिश्रा और रमेश कुमार ने गठबंधन नहीं होने पर भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बैसाखियां तलाश रही कांग्रेस 16 में से 8 लोकसभा चुनाव में दिल्ली में क्लीनस्वीप कर चुकी है। सिर्फ 2014 के आम चुनाव में कांग्रेस दिल्ली में पहली बार शून्य पर पहुंची थी। यहां पर बता दें कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर लगातार बनी हुई ऊहापोह की स्थिति के बीच कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने सभी सात सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों के पैनल बनाए हैं, जिन्हें स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष रखा जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हर सीट पर तीन-चार नामों का पैनल तैयार किया है जिनमें दिल्ली कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के नाम भी शामिल हैंवहीं, सबसे बड़ा पेंच आप से गठबंधन को लेकर फंसा हुआ है। गौरतलब है कि आप के साथ गठबंधन को लेकर दिल्ली कांग्रेस के नेताओं में दो राय सामने आई है। पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक के दौरान डीपीसीसी अध्यक्ष शीला दीक्षित और तीनों कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, देवेंद्र यादव और हारून यूसुफ तथा पूर्व अध्यक्ष जेपी अग्रवाल ने गठबंधन का विरोध किया तो अजय माकन, सुभाष चोपड़ा, अरविंदर सिंह लवली तथा कुछ अन्य नेताओं ने तालमेल के पक्ष में राय जाहिर की। दिल्ली में सभी सात सीटों के लिए 12 मई को वोट डाले जाएंगे। 23 मई को मतगणना होगी।
आप से गठबंधन की गांठ नहीं खुली तो रण छोड़ सकते हैं कांग्रेस के ये सूरमा