नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड और बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में इन दिनों तेजी देखने को मिली है। लोग एटीएम-कम डेबिट कार्ड के जरिए एटीएम मशीनों से नकद निकासी के विकल्प को काफी मुफीद मानते हैंलेकिन हाल ही के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब फॉड लोगों ने स्किमिंग के जरिए दूसरों के बैंक खातों से पैसे निकाल लिए हैं। हाल ही में ऐसी ही एक घटना नई दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में सामने आई है जहां 12 अलग अलग लोगों को करीब 10 लाख का चूना लगा है। इन सभी के अलग अलग बैंकों में अकाउंट थे। यह खबर एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सामने आई थी। इस घटना ने तमाम एटीएम यूजर्स की नींद उड़ा दी हैऔर ये लोग सकते में हैं कि आखिर ये हुआ कैसे। धोखेबाज स्किमिंग नाम की एक खास तकनीक का इस्तेमाल करते हैं जिसमें वो एक छोटी डिवाइस के जरिए आपके कार्ड की जानकारी चुरा लेते हैं। इस गतिविधि को उस वक्त अंजाम दिया जाता है जब एक वैध ट्रांजेक्शन हो रहा होता है। जब भी मशीन पर कार्ड स्वाइप किया जाता है तो यह उपकरण कार्ड की चुंबकीय पट्टी पर संग्रहीत जानकारी को स्कैन कर लेता हैइसमें जिस डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है उसे स्किमर कहा जाता हैयह डिवाइस या तो जानकारी को स्टोर कर लेती है या फिर उसे फॉड को अंजाम देने वाले व्यक्ति के पास भेज देती है जो कार्ड की जानकारी का इस्तेमाल करके उसका क्लोन बना लेता है। जालसाज आमतौर पर एटीएम या मर्चेट पेमेंट टर्मिनलों के कार्ड स्लॉट में स्किमर लगाते हैं। वहीं ऐसे उदाहरण भी सामने आए हैं जहां जालसाज रणनीतिक रूप से पिन को पकड़ने के लिए कैमरे का इस्तेमाल करते हैंवहीं दिल्ली पुलिस ने ऐसे मामलों में सतर्क रहने के लिए कुछ बातें ध्यान में रखने को कहा हैजो हम आपसे साझा कर रहे हैं....एटीएम रुम में प्रवेश करने के बाद हमेशा एटीएम मशीन में किसी अजीब से या गलत दिखने वाले फॉन्ट को चेक करें। यह आपको कार्ड स्लॉट में आसानी से दिख जाएगा। अगर आपके लेनदेन में कोई रुकावट आ रही हो तो आप एटीएम के अंदर आस पास की दीवारों में पिन होल को तलाशें, हो सकता है कि वहां कोई छोटा कैमरा आपके लेनदेन पर नजर रख रहा हो। अगर मशीन में कुछ भी संदिग्ध नजर आ रहा हो तो उसका इस्तेमाल न करें। तुरंत इसकी शिकायत करा एटीएम मशीन में पिन एंटर करने के दौरान अपने हाथ से कीबोर्ड को छुपाएं ताकि कोई भी आपके पिन को न जान पाए।
ATM फ्रॉड के मामलों में आई तेजी