एनएमडीसी का एक और शानदार प्रदर्शन

देश में लौह अयस्क के सबसे बड़े उत्पादक और इस्पात मंत्रालय के अधीन नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने एक बार पुन: वर्ष 2018-19 के दौरान उत्कृष्ट कार्य निष्‍पादन किया है। यह लगातार तीसरा साल है जबकि कम्पनी ने अपने समन्वित प्रयासों से उत्पादन और बिक्री के 30 मिलियन टन के आंकड़े को पार कर शानदार प्रदर्शन दोहराया है। एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2019 के दौरान लौह अयस्क का 32.44 मिलियन टन उत्पादन  तथा 32.38 मिलियन टन बिक्री की है। इससे केंद्रीय इस्पात मंत्रालय के वर्ष 2020 तक देश में 300 मिलियन टन इस्पात उत्पादन के लक्ष्य को पाने में मजबूती मिलेगी।  वहीँ कम्पनी ने मध्य प्रदेश के पन्ना में स्थित अपनी खदान से भी स्थापना के बाद से अब तक का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए  38033 कैरेट हीरों का उत्पादन किया है। यही नहीं कम्पनी के कार्मिकों ने मिनरल एक्सप्लोरेशन के क्षेत्र में भी रिकॉर्ड ड्रिलिंग कर उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।

दोणिमलै खान का प्रचालन गत  पांच माह से बंद होने, अगस्त, 2018 तक कोई निर्यात न होने, बैलाडीला क्षेत्र में ज्यादा बारिश तथा कर्नाटक में पहली तिमाही में अच्छी शुरूआत न होने के बावजूद एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ कैडर के सीनियर आईएएस और सीएमडी  एन बैजेंद्र कुमार के कुशल नेतृत्व में वित्त वर्ष 2018-19 में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कई नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। कंपनी ने  अपनी अनुभवी लीडरशिप और प्रतिबद्ध कार्मिक शक्ति के जरिए चुनौतियों को अवसरों में बदला। इसी का नतीजा रहा कि कंपनी की खदानों से एक दिन में 1.91 लाख टन लौह अयस्क का उत्पादन हुआ, जो कि कंपनी की स्थापना के बाद से लेकर अब तक का सर्वश्रेष्ठ है। वहीं आयरन ओर के मंथली डिस्पैच में भी कंपनी ने रिकाॅर्ड बनाते हुए मार्च 2019 में 37.95 लाख टन लौह अयस्क का प्रेषण किया जो कि अब तक का सर्वश्रेष्ठ है। इससे पहले जनवरी, 2017 में 37.20 लाख टन डिस्पैच का रिकाॅर्ड था। वहीं एक दिन में 1.42 लाख टन लौह अयस्क का प्रेषण कर कंपनी के समर्पित कार्मिकों ने 16 मार्च 2019 को गत वर्ष बनाए 1.40 लाख टन प्रेषण के अपने ही रिकाॅर्ड को तोड़ दिया। अब तक की सर्वोच्‍च गवेषणात्‍मक ड्रिलिंग 2018-19 में 16071 मीटर रही, जबकि इससे पूर्व सर्वोच्च ड्रिलिंग 2017-18 में 15065 मीटर थी।

इस अवसर पर  एन. बैजेन्‍द्र कुमार, आईएएस, सीएमडी, एनएमडीसी ने सभी कर्मचारियों को उनके प्रतिबद्धतापूर्ण कठिन परिश्रम एवं उत्‍कृष्‍ट टीम वर्क के लिए बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि टीम एनएमडीसी ने मानव निर्मित तथा प्राकृतिक बाधाओं के बावजूद चुनौतीपूर्ण समय में अपनी उत्‍कृष्‍ट प्रतिभा का परिचय दिया है। उन्होंने सभी स्टेक होल्डर्स के समर्थन के लिए उनका धन्यवाद दिया तथा इस्‍पात मंत्रालय (भारत सरकार) तथा छत्तीसगढ़ राज्य सरकार को उनके सतत रूप से समर्थन तथा दिशानिर्देशों के लिए विशेष रूप से आभार जताया ।