पैरंट्स करें कोर्ट के आदेश का इंतज़ार, किसी भी बच्चे का नहीं होने देंगे अहित: एडीएम सदर








गाजियाबाद। एसडीएम सदर प्रकाश सिंह ने सन वैली इंटरनेशनल स्कूल, वैशाली के पैरंट्स एसोसिएशन के सदस्यों को आश्वस्त किया है कि आपलोग कोर्ट के आदेश का इंतजार करें, जो कि आगामी 22 अप्रैल को आने वाला है। उन्होंने दो टूक कहा कि इस बीच किसी भी बच्चे का अहित नहीं होने देंगे। 

 

बता दें कि पैरंट्स एसोसिएशन ने शनिवार को एडीएम-सदर प्रकाश सिंह से मुलाक़ात की और उनको सन वैली इंटरनेशनल स्कूल, वैशाली सेक्टर एक में शुक्रवार को घटित अनपेक्षित घटनाक्रम से अवगत कराया। इस मौके पर अभिभावक संघ ने उन्हें बताया कि किस तरह से स्कूल ने उनके द्वारा करवाए गए समझौते से छेड़छाड़ की और समझौते के तहत बाकी बची 30 फीसदी फीस को, जो कि निम्न अमाउंट 3600-4200-4800 द्वारा लेस करके 12 अप्रैल को जमा करनी थी, के अपने ही समझौते से स्कूल प्रबन्धन मुकर गया। 

 

इस पर एडीएम सदर ने बताया कि स्कूल ने मैसेज द्वारा 70 प्रतिशत चेक रिटर्न्स होने के बारे में बताया है, लेकिन चेकों की कोई डिटेल्स नहीं दी। जिस पर एसोसिशन के सदस्यों ने अपने द्वारा जमा किया 35 से 40 चेकों की डिटेल्स एडीएम सदर को दिखाई। जिसमें से 3-4 चेकों को छोड़ कर के लगभग सारे चेक क्लियर हो गए हैं और ज्यादातर चेक 70 फीसदी से ऊपर तक के भी थे, जो ज्यादातर अभिभावकों ने 2 अप्रैल को ही जमा करा दिया थे। 

 

खबर है कि एसोसिएशन के सदस्यों ने स्कूल से जब रिटर्न्स हुए चेक की जानकारी मांगी तो स्कूल ने अपनी पालिसी का हवाला देते हुए मना कर दिया। लेकिन स्कूल बाहरी व्यक्ति को बच्चों के बकाया की जानकारी खुलेआम दे कर अपनी ही बनाई गयी पॉलिसी का मज़ाक बना चुका है। अंत में, एडीएम-सदर ने यही कहा कि आपलोग कोर्ट के आदेश के बाद ही अपनी फीस जमा करें और अगर स्कूल किसी भी बच्चे के साथ कुछ गलत करता है तो मुझे बताएं।

 

वहीं, सन वैली इंटरनेशनल स्कूल, वैशाली सेक्टर एक  की प्रधानाचार्या प्रीति गोयल ने 'प्रथम स्वर ' को दूरभाष पर बताया कि अभिभावक संघ विद्यालय प्रबंधन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहा है। उन्होंने सोमवार को समझौते की मूल कॉपी अखबार के प्रतिनिधि को दिखलाने की बात कहते हुए कहा कि पैरंट्स एसोसिएशन के लोग सूझबूझ रखने वाले अभिभावकों और प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं, जिसका नकारात्मक असर स्कूल के शैक्षणिक वातावरण पर पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वे लोग मीडिया को जिस फोटो कॉपी को जारी किए हैं, उसके ऊपर उनलोगों ने खुद ही कुछ लिखा है, न कि विद्यालय प्रबंधन ने। उन्होंने अपेक्षा जताई कि अपने बच्चों के हित में अभिभावक संघ राजनीति से बाज आए और समय पर समुचित विद्यालय फीस जमा करके प्रबन्धन के उत्कृष्ट शैक्षणिक सेवाएं प्रदान करने के संकल्पों का सहयोगी बने। हमलोग कोर्ट के फैसलों को अक्षरशः पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है और जिला प्रशासन से भी सहयोग की भावना रखकर चल रहे हैं।