पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर आनेवाली किताब गोपालगंज टू रायसीना ने बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दिया है। इसे लेकर राजनीतिक सलाहकार व जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और लालू परिवार आमने-सामने आ गए हैं। तेजस्वी ने अपने पिता लालू की बातों को सही ठहराया तो प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर उन्हें करारा जवाब दे दिया। प्रशांत किशोर ने तेजस्वी को टैग करते ट्वीट कर कहा,आज भी लोगों के लिए आपकी पहचान और उपलब्धि बस इतनी है कि आप लालूजी के लड़के हैं। इसी एक वजह से पिता की अनुपस्थिति में आप नेता हैं और नीतीशजी की सरकार में बनाए गए थे। पर सही मायनों में आपकी पहचान तब होगी, जब आप छोटा ही सही, पर अपने दम पर कुछ करके दिखाएंगे। बता दें कि आज ही खबर आयी कि प्रशांत किशोर जटय ज्वाइन करने से पहले लाल यादव से मिले थे। दरअसल लालू यादव ने अपनी किताब गोपालगंज टू रायसीना में दावा किया है कि नीतीश कुमार वापस महागठबंधन में आना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने अपने दूत प्रशांत किशोर को मेरे पास भेजा था, लेकिन मैंने मना कर दिया था। इसी पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू यादव की बात को सही ठहराया और कहा कि महागठबंधन छोड़ने का नीतीश कुमार को मलाल था। भाजपा के साथ सरकार बनाने के छह महीने के बाद ही उन्होंने इसके संकेत दिए थे कि नीतीश कुमार महागठबंधन में वापस लौटने की कोशिश कर रहे थे। कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहते थे। महागठबंधन में दुबारा लौटने का मन था और प्रशांत किशोर ही कांग्रेस के लोग भी मेरे पास आए थे हमें मनाने, लेकिन हमने मना कर दिया। इसी पर प्रशांत किशोर ने दोबार ट्वीट किया और तेजस्वी पर सीधा हमला किया। इसके पहले पीके के नाम से फेमस प्रशांत किशोर ने महागठबंधन के साथ फिर से सरकार बनाने वाले आरोप पर भी ट्वीट किया था, जिसमें लालू के दावे को बोगस बताया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि लालू यादव ने जो भी दावा किया है वो बिल्कल बेबुनियाद है। हां, मैं उनसे मिला था, लेकिन लालू यादव से मुलाकात में क्या बातें हुई, ये बता दें तो शर्मिंदगी होगी।
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी को दिया करारा जवाब, कहा- आपकी अपनी कोई पहचान नहीं है