#महिला मतदाताओं की सुविधा के लिए दिल्ली में बनाए जाएंगे गुलाबी मतदान केंद्र
# विधानसभावार मॉडल मतदान केंद्रों की संख्या होगी 70
#विशेष दिव्यांग बूथ में मतदान करने व कराने वाले भी होंगे दिव्यांग
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मतदान के दौरान मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ)ने एक विशेष योजना बनाई है, जिसके तहत सातों संसदीय क्षेत्रों में महिलाओं के लिए एक - एक गुलाबी मतदान केंद्र बनाने के साथ प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श मतदान केंद्र और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष बूथ बनाए जाएंगे। यह जानकारी सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान सीईओ रणबीर सिंह ने दी। इस अवसर पर विशेष सीईओ सतनाम सिंह और विशेष पुलिस आयुक्त (चुनाव) प्रवीर रंजन भी मौजूद थे।
सीईओ ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान दिव्यांग मतदाताओं का भी ध्यान रखा जाएगा। इस संबंध में तमाम जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा गया है कि वे दिव्यांग मतदाताओं और दिव्यांग चुनाव कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए अपने -अपने जिले में कम से कम एक विशेष दिव्यांग मतदाता बूथ जरुर बनाएं। इस बूथ में दिव्यांग कर्मियों को ही तैनात किया जाए और वहां दिव्यांग मतदाताओं से मतदान कराया जाए। दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए सभी मतदान बूथों पर ब्रेल पेपर भी मौजूद होंगे और ईवीएम मशीन पर भी ब्रेल स्क्रिप्ट लिखी होगी।
मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार से लेकर अंदर तक बिछा हुआ रेड कारपेट और चारों तरफ रंग बिरंगे फूलों की सजावट, मतदाताओं को इस बार फिर नजर आएगी। दरअसल, सीईओ रणबीर सिंह ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श मतदान केंद्र (मॉडल वोटिंग सेंटर) बनाने के निर्देश जारी किए हैं। इन केंद्रों में दिव्यांगों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। दिव्यांगों की सहायता के लिए जहां वॉलंटियर के साथ व्हील चेयर का इंतजाम रहेगा। वहीं, ज्यादा चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार पर ई-रिक्शा मुहैया कराया जाएगा। यहां पीने के लिए साफ पानी और गर्मी से बचने के लिए छाया का इंतजाम होगा। पुरुषों और महिलाओं के लिए टॉयलेट्स की सुविधा भी होगी। गौरतलब है कि दिल्ली के 2686 मतदान केंद्रों में से 70 आदर्श मतदान केंद्र, 7 गुलाबी मतदान केंद्र (महिला) और सात विशेष दिव्यांग केंद्र बनाए जाएंगे।