सन वैली स्कूल, वैशाली ने किया सरकारी अधिकारी द्वारा करवाए गए समझौते की कॉपी से छेड़-छाड़
गाजियाबाद। सन वैली स्कूल, वैशाली ने जनपद के सरकारी अधिकारी की मौजूदगी में करवाए गए समझौते की कॉपी से छेड़छाड़ किया है। इस बात का खुलासा सन वैली पेरेंट्स एसोसिएशन ने किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को जब सन वैली पैरेंट्स एसोसिएशन के सभी सदस्य अपनी अपनी बकाया 30 प्रतिशत की फीस जमा करने स्कूल पहुंचे, तो विद्यालय प्रबंधन अपने ही फैसले से मुकर गया। गौरतलब है कि पिछले दिनों विद्यालय के समक्ष हुए अभिभावकों के आंदोलन के बाद बीच बचाव करते हुए एडीएम सदर ने एक त्रिपक्षीय समझौता करवाया था, जिसके तहत 12 अप्रैल तक  बकाया 30 फीसदी फीस जमा करानी थी। लेकिन जब अभिभावक ऐसा करने पहुंचे तो प्रबन्धन ने अपना पैंतरा बदल दिया। सन वैली पेरेंट्स एसोसिएशन का आरोप  है कि स्कूल प्रबंधक अपने ही द्वारा किये गए समझौते से यह कहते हुए मुकर गए कि हमने इस प्रकार का कोई भी समझौता नहीं किया है जिसमें 3600, 4200 और 4800 की राशि को काट कर लेंगे। लेकिन जब इस बारे में उनको समझौते की कॉपी दिखाई गई तो भी नहीं माने।

 

इस सम्बन्ध में उक्त समझौते की कॉपी जारी करते हुए अभिभावक संघ ने आरोप लगाया कि, समझौते की कॉपी देखने पर स्पष्ट पता चला कि कैसे स्कूल प्रबन्धन ने एक सरकारी अधिकारी के द्वारा करवाए गए समझौते की कॉपी को ही क्रॉप करके उन शब्दों को समझौते से हटा दिया, जिसपर अभिभावक सहमत हुए थे। अभिभावक संघ के मुताबिक, अपनी बातों से पलटते हुए अब स्कूल का कहना है कि पैरेंट्स एसोसिशन ने बाद में यह अमाउंट समझौते मैं लिखा है। जबकि उसके बाद ही स्कूल ने हमको 4000 से 5000 तक की राशि को काट कर देने के लिए कहा, जिसपर हमने अपनी सहमति दी। लेकिन साथ में हमारा यह भी कहना था कि 4000 से 5000 का फ़ायदा स्कूल उन सभी अभिभावकों को भी दे, जो नए सत्र 2019-20 की फीस जमा करा रहे हैं और अगर कोर्ट इस बाबत कोई भी आदेश देता है तो अभिभावक कोर्ट के आदेश का पूरा सम्मान करेंगे।लेकिन स्कूल ने अपने ही द्वारा दिए हुए सुझाव पर फिर से अपनी असहमति जता दी और कहा कि कोर्ट के फ़ैसले का इंतज़ार करें, और तबतक मैं पूरी फीस लूंगा। 

 

खबर है कि उसके बाद अभिभावक संघ से जुड़े सभी पैरेंट्स एडीएम सदर से मिलने उनके कार्यलय गए, लेकिन किसी कारणवश आज एडीएम सदर उपलब्ध नहीं हो पाए। लेकिन उनके स्थान पर उपलब्ध  ओ.पी. सिंह ने हम सभी अभिभावकों की बात को सुना और कल शनिवार को आने के लिए कहा। क्योंकि  ओ.पी. सिंह 29 अप्रैल वाले समझौते के दिन एडीएम सदर के साथ मौजूद थे और समझौते की पूर्ण जानकारी भी उनको ज्ञात है।

 

अंत में, शुक्रवार को आये लगभग 100 से 125 अभिभाबकों ने अपने अपने बच्चों के सत्र 2019-20 की फीस को एसोसिशन के पास जमा कराया और सभी पेरेंट्स का यही कहना था कि अगर स्कूल अपनी ज़िद पर अड़ा रहता है तो हम सभी लोग कोर्ट के आदेश के बाद ही अपनी फीस जमा करेंगे, साथ ही अन्य पैरेंट्स को भी कोर्ट के आदेश के बाद ही फीस जमा करने के लिए जागरूक करेंगे।

 

इस सम्बन्ध में विद्यालय प्रबंधन से सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन समाचार लिखे जाने तक उनसे संपर्क नहीं हो पाया।