# सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, वसुंधरा में जुटे जनपद के सभी सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्य गण
# प्रधानाचार्या डॉ मंजू राणा को बनाया गया है जिला संचालक
कार्यक्रम में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद् के लगभग २०० प्रधानाचार्यों एवं विभिन वरिष्ठ अधिकारियों जिनमें डॉ. विश्वजीत साहा, निदेशक कौशल शिक्षा एवं प्रशिक्षण, रमनदीप कौर, सहायक सचिव, शैक्षिक इकाई, नई दिल्ली, डॉ. बी. एन. सिंह, उपसचिव, देहरादून ,स्नेहा सिंह, शैक्षिक समीक्षक, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद्, देहरादून एवं श्रीमती निर्मल नेगी, अकाउंटेंट, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद्द देहरादून, श्रीमती मंजू राणा ज़िला संचालक, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद् , गाज़ियाबाद मुख्य रूप से सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के आरम्भ में दीप प्रज्जवलन द्वारा ईश्वर का शुभाशीष लिया गया। विद्यालय के गायक मंडल द्वारा एक मधुर गीत की प्रस्तुति दी गई। फिर सभी आमंत्रित मुख्य अतिथियों को एक-एक पौधा भेंट स्वरुप प्रदान करते हुए उनका स्वागत किया गया। विद्यालय की निदेशिका प्रधानाचार्या श्रीमती मंजू राणा ने वहां उपस्थित अतिथियों को सम्बोधित किया। उन्होंने शिक्षा के विकास की दिशा में सक्रिय रूप से अग्रसर विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की सराहना की एवं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा शिक्षा में कला, खेलकूद तथा योग को समिल्लित किये जाने की पहल की भी प्रशंसा की।
इसके पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. विश्वजीत साहा ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने अपने भाषण में शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने पर बल दिया कि आगामी पीढ़ी में विभिन्न कौशल व स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित की जा सके। इसके उपरांत श्रीमती रमनदीप कौर ने पॉवर पॉइन्ट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया, जिसमें शिक्षा के तकनीकी विकास हेतु आवश्यक जानकारी दी गई थी। कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए एक मस्तिष्क उद्वेलन सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें सभी उपस्थित प्रधानाचार्यों ने उत्सुकतापूर्वक भाग लिया। इस सत्र में उन बिंदुओं पर विचार किया गया जिनसे शिक्षा का गुणात्मक स्तर बढ़ाया जा सके।
कार्यक्रम का समापन विद्यालय की उप प्रधानाचार्या के धन्यवाद भाषण के द्वारा किया गया | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद् की यह पहल 'अध्ययन के केंद्र' शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति लेकर आएगी, जिसके परिणाम निश्चित रूप से दूरगामी होंगे। सत्य ही कहा गया है कि 'एकता में ताकत होती है'। हम एकजुट हो कर अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और एक नए युग की रचना कर सकते हैं। यह कार्यक्रम स्मरणीय रहेगा क्योंकि इसमें अनेक प्रधानाचार्य शिक्षा के क्षेत्र में अपना सम्मिलित सहयोग देने हेतु संकल्पबद्ध हुए।