21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाने हेतु महीनों पहले ही तैयारियां आरंभ हो गई थी। संस्थान ने प्रातः 6.35 पर सभी स्थानों पर 3 मिनट तक वीरभद्रासन(१) अर्थात warrior pose ( 1) करने का निश्चय किया था जो सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया गया। वीरभद्र अर्थात युद्ध और शांति के प्रतीक,ये विरोधाभासी होते हुए भी एक दूसरे के पूरक हैं। राजीव धल जी ने उपस्थित माननीय मुख्य अतिथि मंत्री श्री मनसुख ल मंडा विया जी का हार्दिक स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का कार्यक्रम जो रांची से सीधा प्रसारित किया जा रहा था, उपस्थित साधकों को बहुत बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया ,जिससे वे प्रेरित हो कर योगा को जीवन का अभिन्न अंग बनाएं।
आर्ट ऑफ लिविंग की टीचर विजयलक्ष्मी ने सर्वप्रथम नए साधकों को योगा करने के लिए मुबारकबाद दी तथा संबोधित करते हुए कहा- 'करो योग- रहो निरोग 'जबकि कल्पना जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि_ साधना हमें मानसिक रूप से स्वस्थ रखती है और योगा स्वस्थ रहने की जिम्मेदारी लेता है, मन को शांत करता है तथा मन की एकाग्रता बढ़ाता है। विभिन्न योगासन किए गए कुछ समय की साधना के पश्चात कार्यक्रम को विराम दिया गया। सभी साधकों को आर्ट ऑफ लिविंग की तरफ से इंटरनेशनल योगा की टीशर्ट तथा योगा मैट उपहार के रूप में दी गई।