बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा- चाहे जमीन में गाड़ दें, लेकिन शराबबंदी से समझौता नहीं

 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी समाज सुधार के अभियान की बुनियाद है. भले ही कुछ लोगों को यह अच्छा न लगे. वे लगातार प्रहार करें, मुझे जमीन के अंदर गाड़ दें. लेकिन, शराबबंदी पर कोई समझौता नहीं होने वाला है. उन्होंने अधिकारियों से भी कहा कि शराबबंदी अभियान में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई का संकल्प लें. घच-पच न करें. लोगों से मिल कर उनको शराब, दहेज प्रथा और बाल विवाह से नुकसान और इन पर लगे प्रतिबंध के फायदे बताएं. मुख्यमंत्री मंगलवार को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार में महात्मा गांधी के 150वें जयंती समारोह वर्ष के शुभारंभ पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि दो अक्तूबर, 2020 तक यह कार्यक्रम चलता रहेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी ने सात सामाजिक पापों की बात कहते हुए इनसे दूर रहने की सीख दी थी. इनमें सिद्धांत के बिना राजनीति, काम के बिना धन, विवेक के बिना सख, चरित्र के बिना ज्ञान, नैतिकता के बिना व्यापार, मानवता के बिना विज्ञान और त्याग के बिना पूजा शामिल हैं. ये आज भी प्रासंगिक हैं. यह धरती इंसान की जरूरत को पूरा करने में सक्षम है, उसके लालच को नहीं. उन्होंने मुख्य सचिव को आदेश दिया कि थाने से लेकर सचिवालय, पुलिस मुख्यालय और सभी सरकारी कार्यालयों में गांधी की इस सीख को स्थायी तौर पर लिखवा कर प्रदर्शित किया जाये. अगर कुछ लोग भी इन बातों को समझ लें, तो सामाजिक बदलाव की दिशा में यह बड़ी बात होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी का जीवन ही उनका संदेश था, नयी पीढ़ी के 10-15त्न लोग भी उनके विचार अपना लें, तो समाज बदल जायेगा. सत्ता विकेंद्रीकरण गांधी का सपना था और राज्य सरकार का सात निश्चय कार्यक्रम उस दिशा में बड़ा कदम है. गांधी ने कहा था कि समाज में सद्भावना और सौहार्द का माहौल होगा, तभी समाज तरक्की करेगा. यही बापू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गांधी ने 125 साल पहले ही छुआछूत के खिलाफ अभियान छेड़ा था. अगर गांधी नहीं होते तो शायद दलितों को आरक्षण न मिल पाता. उन्होंने अंग्रेजों के काले कानून को खत्म करने के लिए कड़ा संघर्ष किया. छुआछूत के खिलाफ आंबेडकर के बाद अगर किसी ने काम किया तो वह महात्मा गांधी ही थे. मोदी ने कहा कि गांधी की खासियत थी कि वे किसी बात का अनुरोध करने से पहले खुद उस पर अमल करते थे. उन्होंने देश को सिर्फ आजादी ही नहीं दिलायी, बल्कि खादी व चरखे से स्वावलंबन और समाज सुधार की दिशा में भी कई बड़े काम किये. गांधी ने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए काम किया. उन्होंने सबसे आग्रह किया कि वे गांधी को जितना पढ़ सकें, पढ़ने का काम करें. साथ ही इस मौके विकास पर सड़क पर कचरा न फेंकने का भी संकल्प लें. गांधी संग्रहालय के सचिव डॉ रजी अहमद ने जिस सामाजिक सद्भाव को गांधी जी ने मुद्दा बनाया था, वह नीतीश सरकार की प्राथमिकता सूची में है. खादी पर भी काम हो रहा है. ग्रामीण स्वच्छता अभियान की भी चर्चा हो रही है. साथ ही स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के माध्यम से उद्योग विभाग को एक्टिवेट करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि गांधी की 150वीं जयंती से पूर्व शुरू हुआ यह कार्यक्रम चंपारण सत्याग्रह अभियान का दूसरा अध्याय होगा. समारोह की अध्यक्षता कर रहे मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि बक्सर सहित 10 जिलों में शत-प्रतिशत शौचालय का निर्माण पूरा हो गया है. रजिस्टर्ड हुए नौ लाख आवासों के मुकाबले अब तक एक लाख आवासों का निर्माण पूरा पूरा कर लिया गया है. दीवाली तक इनकी संख्या तीन लाख के करीब हो जायेगी. उन्होंने गांधी की सोच के अनुरूप गांवों के विकास और स्वच्छता की जरूरत पर बल दिया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव चंचल कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद कुमार चौधरी, समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन, महिला विकास निगम की एमडी एन विजयालक्ष्मी और यूनिसेफ के बिहार प्रमुख असदुर रहमान भी मौजूद रहे. बापू टावर का किया शिलान्यास बापू सभागार में आयोजित समारोह में सीएम नीतीश कुमार ने पटना के गर्दनीबाग में बापू टावर का शिलान्यास किया. इस मौके पर बापू टावर का मॉडल भी प्रदर्शित किया गया. आयोजकों ने बताया कि चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह की स्मृति में बनने वाला यह बापू टावर 120 फुट ऊंचा होगा. गर्दनीबाग नहीं स्टेडियम के पास इसके लिए सात एकड़ जमीन की व्यवस्था की गयी है. इसके सभी फ्लोर पर बापू के चंपारण सत्याग्रह से जुड़ी स्मृतियों को प्रदर्शित किया जायेगा. टावर लगभग एक एकड़ हिस्से में बनेगा. शेष पांच एकड़ जमीन में पार्क रहेगा. लॉबी के पीछे वाले हिस्से में लिफ्ट लगायी जायेगी, जिससे पर्यटक टावर के सबसे ऊपर वाले हिस्से तक जायेंगे और वहां से वे रैंप के सहारे एकएक फ्लोर होते हुए नीचे उतरेंगे. ट्रावर के नीचे वाले हिस्से में जो बड़ी लॉबी तैयार होगी, वहां लोगों के लिए बापू और चंपारण सत्याग्रह से संबंधित ऑडियो-वीडियो उपलब्ध होगा.


25 मिनट में लगाया गांधी मैदान में 1.75 किमी का चक्कर गांधी जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार की सुबह गांधी मैदान के अंदर पदयात्रा की. मैदान में लगी गांधी की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ करीब 25 मिनट में पौने दो किमी का चक्कर लगाया. इस दौरान उनके साथ विस अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल रहे।