सुप्रसिद्ध कवि पंडित सुरेश नीरव: एक संक्षिप्त जीवन परिचय





गाजियाबाद। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 20 जून,1950 को जन्मे सुरेश नीरव विज्ञान के विद्यार्थी होने के बावजूद छात्र जीवन से ही कविता विधा से जुड़े रहे हैं। वाकई साहित्य का यही अनुराग इन्हें ग्वालियर से दिल्ली ले आया। लगभग तीन दशकों तक हिंदुस्तान टाइम्स की मासिक पत्रिका कादम्बिनी के संपादन-मंडल से संबद्ध रहे पंडित सुरेश नीरव एक जागरूक पत्रकार होने के साथ-साथ आज एक प्रतिष्ठित कवि भी हैं। 

 

श्री नीरव छब्बीस से अधिक देशों में हिंदी का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस कवि के सृजनात्मक खाते में सात टी.वी. सीरियल और बाइस पुस्तकें दर्ज़ हैं। भारत के राष्ट्रपति से सम्मानित श्री नीरव को प्रधानमंत्री द्वारा मीडिया इंटरनेशनल एवार्ड से भी नवाजा गया है। दक्षिण अफ्रीका में आयोजित नवम विश्व-हिंदी सम्मेलन में भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल में भी आपको बतौर कवि शामिल किया गया। 

 

आजकल आप देश की अगृणी साहित्यिक संस्था अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। आपको सुलभ साहित्य अकादमी के  प्रतिष्ठित सुलभ-श्रेष्ठ-साहित्यकार-सम्मान (सम्मान राशि-पांच लाख रुपये) से भी अलंकृत किया जा चुका है।

 

आपकी प्रकाशित कृतियां निम्न हैं:- समय सापोक्ष हूं मैं (कविता संग्रह), भौर के लिए (कविता संग्रह), शब्द नहीं हैं हम (कविता संग्रह), सदभाव (कविता संग्रह),आठवें दशक की व्यंग्य कविताएं (कविता संग्रह), उत्तरार्ध कविता (कविता संग्रह), इक्कीसवीं सदी की दृष्टि (समीक्षा), पोयटिक इलेक्ट्रान्स (अंग्रेजी कविता संग्रह), पोयट्री ऑफ सुरेश नीरव (अंग्रेजी कविता संग्रह), पश्यंती (कविता संग्रह), तथागत (गीत संग्रह), मज़ा मिलेनियम (हास्य ग़ज़लों का संग्रह), जहान है मुझमें (ग़ज़ल संग्रह), दरीचे (ग़ज़ल संग्रह), सर्वतोष प्रश्नोत्तर शतक (दर्शन), उत्तरप्रश्नोपनिषद (दर्शन), प्रज्ञान पुरुष पंडित सुरेश नीरव (सत्कार ग्रंथ), टोपी बहादुर (व्यंग्य संग्रह), नेताजी नरक में (व्यंग्य संग्रह) और पलटीमार (व्यंग्य संग्रह)।

 

कवि श्री नीरव को निम्नलिखित सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त ही चुके हैं:- मीडिया इंटरनेशनल एवार्ड (भारत के प्रधानमंत्री द्वारा), साहित्यश्री पुरस्कार (भारत के राष्ट्रपति द्वारा), विश्वधर्म संसद पुरस्कार (नेपाल के प्रधानमंत्री द्वारा), भारतीय संस्कृति एवार्ड (इजिप्त के राजदूत द्वारा), धन्वंतरी पुरस्कार (मॉरीशस के प्रधान मंत्री द्वारा) भवन भारती पुरस्कार (भारतीय विद्या भवन द्वारा) अट्टहास पुरस्कार (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा), मानस मंथन पुरस्कार (कानपुर), युगीन शिखर सम्मान (दिल्ली), प्रेक्षा शिखर सम्मान (दिल्ली)। सुलभ साहित्य अकादमी का पांच लाख रुपये का सुलभ-श्रेष्ठ साहित्यकार सम्मान।

 

आपकी सीरियल और डॉक्यूमेंट्री निम्न है:- रंगरंगीले छैलछबीले, कमाल है, पड़ोसी की कार, मेंहदी का दर्द, दिशाबोध, वाह क्या बात है और सरफरोशी की तमन्ना।

आपने दूरदर्शन, आकाशवाणी, सब टीवी, सोनी टीवी, ज़ी टीवी, साधना चैनल, सुदर्शन न्यूज, महुआ चैनल, सहारा टीवी, बीबीसी आदि पर अनेक बार कविता पाठ किया है।

 

आपने निम्न जगहों की विदेश यात्राएं करके हिंदी कविता का यशवर्द्धन किया है: लंदन, फ्रांस, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, दुबई, बेहरीन, इटली, मिश्र, मॉरीशस, डेनमार्क, दक्षिण अफ्रीका समेत 26 देशों की यात्राएं।