दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस और किसानों में झड़प

कर्ज माफी, गन्ना की कीमतों समेत कई अन्य मांगों को लेकर दिल्ली मार्च करने जा रहे हजारों किसानों की दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस की चेतावनी के बावजूद किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस और किसानों में झड़प शुरू हो गई। किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर रही है। दिल्ली सीमा पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है। किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस लगातार बल प्रयोग कर रही है। इससे पहले हजारों किसान दिल्ली बॉर्डर पहुंचे। किसानों को राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इसके लिए पूरे यमुनापार में धारा-144 लगा दी गई है। और यूपी से दिल्ली में प्रवेश करने के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। गाजियाबाद बॉर्डर पर किसानों को रोक दिया गया है। दिल्ली में दाखिल होने वाले हर रास्ते को सील कर दिया गया है। दिल्ली से कौशांबी जाने वाले रूट में भी बदलाव किया गया है। किसानों को रोकने के लिए गाजीपुर बॉर्डर, महाराजपुर बॉर्डर अवसंरचना प्रदाता और अप्सरा बॉर्डर पर पुलिस खासतौर से चौकस है। गाजीपुर बॉर्डर को तो पुलिस ने पूरी तरह सील कर रखा है, जबकि महाराजपुर और अप्सरा बॉर्डर पर भी बैरिकेडिंग करके आने-जाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सभी जगहों पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है, ताकि अगर किसान जबर्दस्ती दिल्ली में घुसने की कोशिश करें, तो उन्हें रोका जा सके। बॉर्डर पर वॉटर कैनन, आंसू गैस आदि का भी पुलिस ने पूरा इंतजाम कर रखा है। साथ ही एक्स्ट्रा फोर्स भी लगा दी गई है। सोमवार शाम ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी पंकज सिंह ने पूरी ईस्ट दिल्ली में धारा-144 लगाने का आदेश जारी कर दिया। खास बात यह है कि ये आदेश 8 अक्टूबर तक लागू रहेगा। इस दौरान लोगों के इकट्ठा होने, ट्रैफिक को डिस्टर्ब करने, लाउडस्पीकर के इस्तेमाल, भाषणबाजी, हथियारों के इस्तेमाल, लाठी और चाकू जैसी चीजों के इस्तेमाल, पत्थर इकटठा करने, मशाल जलाने जैसी तमाम गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। उल्लंघन करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में भी 4 दिनों के लिए धारा 144 लगा दी गई बॉर्डर सील होने और गाडियों की चेकिंग और पिकेटिंग के साथ भारी पुलिसबल की तैनात के चलते ईस्ट दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में लोगों को भारी जाम से जूझना पड़ रहा है।