लखनऊ मॉडल की तर्ज पर दें अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम का प्रस्ताव: कंचन वर्मा



गाजियाबाद। स्थानीय राजनगर एक्सटेंशन में 33.54 एकड़ जमीन पर निर्मित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का लखनऊ मॉडल की तर्ज पर निर्माण करने की योजना है। लिहाजा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण इस मॉडल के अनुरूप प्रस्ताव आने के बाद ही नक्शा पास कर सकेगा। इस संबंध में जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने अपने ऑफिस में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के प्रोजेक्ट कॉ-आर्डिनेटर राकेश मिश्रा एवं अन्य पदाधिकारी के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।जीडीए उपाध्यक्ष वर्मा और यूपीसीए की स्टेडियम कमेटी के संयोजक  मिश्रा के बीच हुई बैठक में उपाध्यक्ष ने 10 दिन में स्टेडियम का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उपाध्यक्ष वर्मा ने आगे बताया कि स्टेडियम का नक्शा अभी पास नहीं किया जा सकता है। क्योंकि यूपीसीए जिन सुविधाओं की मांग कर रहा है, वह बॉयलॉज के मुताबिक मुमकिन नहीं है। लिहाजा जीडीए शासन को इस आशय का प्रस्ताव भेजा जाएगा। बता दें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण में कुछ टाउनशिप के लिए कुछ विशेष शर्तों के आधार पर अतिरिक्त सुविधाएं दी गई जिनमें अतिरिक्त एफएआर भी शामिल है। इसलिए यूपीसीए को-आर्डिनेटर मिश्रा को सुझाव दिया गया है कि लखनऊ मॉडल की तर्ज पर वे अपना प्रस्ताव दें।इस बाबत विस्तृत जानकारी देते हुए राकेश मिश्रा ने बताया कि यह देश का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम होगा। जिसमें पांच सितारा होटल बनाने के साथ विश्व स्तरीय सुविधाएं होगी। जिसका  निर्माण 2 चरणों में होगा। इसमें 75 हजार दर्शकों के बैठने की सुविधा होगी। बताया गया है कि पहले चरण में 50 हजार दर्शक बैठकर मैच देख सकेंगे। जबकि, दूसरे चरण में 25 हजार दर्शकों की क्षमता बढ़ाकर बनाया जाएगा। स्टेडियम के अलावा
आवास, एकेडमी, जिम, स्वीमिंग पूल, 5 सितारा होटल, क्लब, 2500 वाहनों की पार्किंग अंदर में ही बनाई जाएगी। इस स्टेडियम में 3 गेट बनाए जाएंगे, जिसमें एक वीवीआईपी गेट होगा, जिसमें खिलाड़ी एवं वीवीआईपी लोग आ जा सकेंगे। खबर है कि जीडीए को 10 दिन में प्रस्ताव बनाकर दिया जाएगा। जिसमें शासन से 1.5 एफएआर की मंजूरी जीडीए द्वारा मांगी जाएगी। यदिमंजूरी मिल गई तो अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम का सपना शीघ्र ही साकार होगा।