जिलास्तरीय शुल्क नियामक कमेटी के आदेश की कॉपी के बाद फीस वापसी के लिए एकजुट हुए पैरेंट्स











गाजियाबाद। संवेळी पैरेंटस एसोसिशन ने डीएफआरसी  द्वारा स्कूलों को बढ़ी फीस वापिस करने के आदेश दिए जाने के मद्देनज़र स्कूल पैरेंट्स की एक मीटिंग आयोजित की गई। इस बैठक में एसोसिशन को डीएफआरसी द्वारा भेजी गई आर्डर की कॉपी मिल जाने और उसके बाद ऑर्डर की कॉपी के अनुसार स्कूल द्वारा डीएफआरसी को जांच में सहयोग नहीं करने पर विचार किया गया। साथ ही, कमिटी द्वारा मांगी गई जानकारी जैसे कि बच्चों की क्लास-वाईज जानकारी, साल दर साल की बैलेंस-शीट एवं ऑडिट रिपोर्ट न देने और  डीएफआरसी द्वारा स्कूल को लगाई गई 1 लाख की पैनल्टी (जांच में सहयोग न करने पर) के विषय में भी बातचीत हुई। 

मीटिंग में आये सभी अभिभावकों ने प्रमुखता से डीएफआरसी द्वारा दी गईं फ़ीस टेबल (क्लास 1से 8 तक की 3600, क्लास 9-10 की 4200 एवं क्लास 11-12 की 4800) की फ़ीस को वापिस लेने और समायोजित करने के लिए सिग्नेचर कैपेनिंग के द्वारा एक ज्ञापन स्कूल को देने पर सहमति बनी। अभिभावकों का यही कहना था कि सरकार एवं शासन का आदेश अगर स्कूल नहीं मानता है तो हम आगे वाली अपनी फीस तभी देंगे जब स्कूल हमें पुरानी फीस वापिस या समायोजित करेगा, नहीं तो 2019-20 में फीस रोको मुहिम छेड़ी जाएगी। 

मीटिंग में अंजली, मेघा, रंजना, प्रोमिला, भारती एवं जगदीश पटवाल, विजयराज, मनीष नेगी, पुष्पिंदर, राजेश उपाध्याय, एसोसिशन के अध्यक्ष नवीन खोलिया एवं गाजियाबाद पैरेंटस एसोसिशन के विवेक त्यागी एवं जय बिष्ट सहित भारी संख्या मैं आये पैरेंटस ने भाग लिया।


 जिलास्तरीय शुल्क नियामक कमेटी के आदेश की कॉपी के बाद फीस वापसी के लिए एकजुट हुए पैरेंट्स