बच्चों के बचपन को सहेजने के हो समन्वित प्रयास-जिला कलक्टर

जयपुर। जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि बचपन जीवन का एक अहम पड़ाव है। बच्चों का बचपन सुरक्षित रहे, पल्लवित रहे, बच्चों की मासुम मुस्कुराहट को बनाये रखने एवं उन्हे बेहतर माहौल, सुरक्षा व संरक्षण दिये जाने के बेहतर प्रयास किये जाने चाहिए। यादव जिला कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों एवं राजस्थान बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों की बैठक को संम्बोधित कर रहे थे। यादव ने कहा कि बच्चों के प्रति अमानवीय यातना समाज को कंलकित करती है। उन्हे विशेष संरक्षण दिया जाना चाहिए। लावारिस बच्चों की शिक्षा, पालन-पोषण की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।  बच्चों के प्रति बढते लैगिंग अपराधों से संरक्षण के लिए एक्शन प्लान बनाया जाए। साथ ही बाल श्रम उन्मूलन पर भी जोर दिया जाना चाहिए। यादव ने बैठक में कहा कि ऑगनबाडी केन्द्रों पर बच्चों के पालन पोषण की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।  यादव ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को दिशा-निर्देश  देते हुये कहा कि बच्चों को संरक्षण प्रदान करने के लिये एक्शन प्लान बनाया जाये जिससे बेहतर तरीके से इस दिशा में प्रयास किये जाए। बैठक में नवीन किशोर न्याय अधिनियम 2015 के प्रभावी क्रियान्वयन, आईटीई एक्ट 2009 को प्रभावी तरीके से लागू करने, शिशु एवं किशोर गृह छात्रावास की स्थिति, लैगिंग अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के जिले में प्रभावी क्रियान्वयन, बाल श्रम उन्मूलन एवं जिले के ऑगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के पोषण की स्थिति पर चर्चा की गई।  बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (दक्षिण) धारा सिंह मीना, राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।