किसानों की होगी तरक्की, दुनिया का सुपर पावर बनेगा हिंदुस्तान-नितिन गडकरी


पश्चिम चंपारण। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि किसान देश की तरक्की के सबसे बड़े स्रोत हैं। देश धनवान है, पर देश के नागरिक गरीब है। ऐसे में देश को दुनिया की महाशक्ति बनाने के लिए एनडीए की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों की तरक्की की नीति बनाई है। गेहूं, धान, मक्का का उत्पादन कर किसान प्रगति नहीं कर सकते। अब किसानों के लिए नई तकनीकी आई है। बायोकेमिक्लस, बायोडीजल्स, सीएनजी, इथनौल यायोटीनी लोगों आदि बढ़ेंगे।आदि का उत्पादन कर किसान प्रगति के पथ पर बढ़ेंगे। देश के कई हिस्सों में किसानों ने इसे अपना भी लिया है और तरक्की कर रहे हैं। वे बगहा अनुमंडल के मैदान में 366.62 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय जलमार्ग एवं केंद्रीय सड़क निधि से पांच परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। किसानों की प्रगति को ध्यान में रखकर सरकार ने इथनौल , बायोकेमिकल्स एवं बायोडीजल्स बनाने की अनुमति दी है। इससे उद्योगों का विस्तार होगा और यहां के युवाओं लोगों का विनाश के शताओं को रोजगार मिलेगा। सभा की अध्यक्ष भाजपा के जिलाध्यक्ष रामसिंह ने की। मौके पर सांसद सतीश चंद्र दूबे, बगहा के विधायक राघव शरण पांडेय, रामनगर की विधायक भागीरथी देवी, लौरिया के विधायक विनय बिहारी समेत विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने कहा , नागपुर में किसान तरक्की की राह पर चल पड़े हैं। वहां 35 के आसपास एसी बसें किसानों के उत्पादित इथनौल से चल रही है। धान के भूसा से वहां के किसान बायो सीएनजी तैयार कर रहे हैं, जिससे ट्रैक्टर चलाया जाता है। इसमें लागत खर्च भी सौर ऊर्जा से संचालित कम हैं। प्रति वर्ष ट्रैक्टर चलाने में किसान को 60 हजार की बचत हो रही है। अगर चंपारण के किसान भी इस दिशा में प्रयास करें तो सरकार उन्हें हर तरह से सहयोग करने को तैयार है। मंत्री ने कहा कि जब मैं इस विभाग का कार्यभार संभाला तो राष्ट्रीय राजमार्ग में प्रतिदिन दो किमी सड़कों का निर्माण हो रहा था। विभाग पूरी तरह से शिथिल हो चुका था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी की सरकार में स्वीकृत कई सड़क योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। बिहार बिहार की 3.85 करोड़ की सड़क परियोजनाएं बंद थींजिसे चालू कर दिया और काम लगभग पूरा हो चुका हैमंत्री ने राष्ट्रीय जलमार्ग -37 (गंडक नदी) गंगा - गंडक संगम स्थल से बगहा के बीच 240 किमी खंड का शिलान्यास करने बाद कहा कि छह माह के अंदर इस मार्ग से मालवाहक जहाज चलने लगेगा। नेपाल से सीधे वाराणसी और हाजीपुर तक जल यात्रा आरंभ कर दी जाएगी। इससे यहां के व्यापारियों को काफी लाभ होगा। हवाई जहाज की तरह तेज रफ्तार में चलने वाली पनिया जहाज भी आई है।