डाॅ दत्तात्रेयुदु नोरी बने अपोलो हाॅस्पिटल्स ग्रुप के कैंसर सेंटर का इंटरनेशनल डायरेक्टर

दिल्लीः अपोलो हाॅस्पिटल्स ने आज विश्वविख्यात रेडिएशन ओंकोलोजिस्ट प्रोफेसर डाॅ दत्तात्रेयुदु नोरी को अपोलो हाॅस्पिटल्स ग्रुप के अपोलो कैंसर सेंटर का इंटरनेशनल डायरेक्टर नियुक्त किया है। इस महीने से डाॅ नोरी देश भर के अपोलो हाॅस्पिटल्स में एक साल में 10 बार कन्सलटेशन के लिए उपलब्ध होंगे, वे भारत में 4 महीने बिताएंगे। वे आस्क अपोलो प्लेटफाॅर्म के माध्यम से साल भर वर्चुअली भी उपलब्ध रहेंगे। 


पद्मश्री पुरस्कार विजेेता डाॅ नोरी को चिकित्सा एवं कैंसर देखभाल के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें निजी एवं पेशेवर जीवन में उत्कृष्ट और अनुकरणीय विशेषताओं के लिए 2014 में अमेरिका में सर्वोच्च नागरिक सम्मान ''एलिस आईलैण्ड मैडल ऑफ़ ऑनर '' से सम्मानित किया गया। 2017 में इण्डियन कैंसर काॅन्ग्रेस ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान -''लिविंग लीजेंड इन कैंसर केयर'' से सम्मानित किया। 


''अपोलो हाॅस्पिटल्स के परिवार में 'लिविंग लीजेंड इन कैंसर केयर' डाॅ दत्तात्रेयुदु नोरी का स्वागत करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। कैंसर के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र डाॅ नोरी कैंसर के खिलाफ़ हमारी लड़ाई को सशक्त बनाने में मदद करेंगे। हमारे कैंसर सेंटरों के मरीज़ अब उनकी विशेषज्ञता से लाभान्वित हो सकेंगे और भारत में ही कैंसर के लिए सर्वश्रेष्ठ देखभाल पा सकेंगे।'' डाॅ प्रताप सी रेड्डी, चेयरमैन, अपोलो हाॅस्पिटल्स ग्रुप ने कहा। 


अपने पहले दौरे के दौरान डाॅ नोरी ने चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद और दिल्ली के अपोलो हाॅस्पिटल्स में विश्वस्तरीय अपोलो प्रोटाॅन कैंसर सेंटर का दौरा किया। उन्होंने ग्लोबल हेल्थ समिट तथा  क्लिनिक नाॅलेज डेवपलमेन्ट प्रोग्राम के लाॅन्च के मौके पर अपने विचार भी प्रस्तुत किए। 


अपोलो हाॅस्पिटलस में अपनी नई भूमिका केे बारे में बात करते हुए प्रोफेसर दत्तात्रेयेदु नोरी ने कहा, ''कैंसर के खिलाफ़ अपोलो टीम के मिशन के साथ जुड़ना अपने आप में गर्व की बात है। अपोलो हाॅस्पिटल्स अपनी अभूतपूर्व पहलों के साथ भारत के चिकित्सा परिवेश में क्रान्तिकारी बदलाव लाया है। अपोलो प्रोटाॅन कैंसर सेंटर डाॅ प्रताप रेड्डी के समर्पण का बेहतरीन उदाहरण है, जिन्होंने देश में सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा तकनीकें लाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। अपोलो कैंसर सेंटर के इंटरनेशनल डायरेक्टर के रूप में मैं अपने अनुभव का इस्तेमाल चुनौतीपूर्ण मामलों के इलाज के लिए करूंगा, साथ ही मैं अपोलो हाॅस्पिटल्स ग्रुप में अपने सहकर्मियों के साथ अपने अनुभवों को साझा भी करूंगा।'' 


''हमारे दस विश्वस्तरीय सेंटर रेडिएश्न, मेडिकल और सर्जिकल ओंकोलोजी में व्यापक देखभाल उपलबध कराते हैं, इन सेवाओं के साथ हम सुनिश्चित करते हैं कि भारतीय मरीज़ों को सर्वश्रेष्ठ और विश्वस्तरीय देखभाल मिले।'' डाॅ प्रीथा रेड्डी, एक्ज़क्टिव वाईस चेयरपर्सन, अपोलो हाॅस्पिटलस ने कहा। ''आने वाले समय में हम अपने कैंसर नेटवर्क का विस्तार जारी रखेंगे, ताकि मरीज़ों को इलाज के लिए विदेशों में न जाना पड़े। आने वाले समय में हम तीन और सेंटर खोलेंगे। 


डाॅ अनुपम सिब्बल ने कहा ''अपोलो कैंसर सेंटर प्रेसीज़न ओंकोलोजी, इम्युनोथेरेपी, टारेगेटेड थेरेपी, इनोवेटिव बोन मैरो ट्रांसप्लान्ट, साइटोरीडक्टिव थेरेपी, मिनिमली इनवेसिव थेरेपी, रोबोटिक सर्जरी, ब्रेकी थेरेपी में नई तकनीकों और अब प्रोटोन थेरेपी के साथ कैंसर के इलाज के लिए ऐसी तकनीकें उपलब्ध कराता है जो इससे पहले सिर्फ भारत के बाहर ही उपलब्ध थीं। 


डाॅ नोरी ने अमेरिका में चार दशक बिताए हैं और उन्हें कैंसर के अनुसंधान में अग्रणी विश्वस्तरीय दिग्गज के रूप में जाना जाता है, कैंसर के क्षेत्र में कई आधुनिक विकास कार्यों का श्रेय उन्हें जाता है। साथ ही उन्होंने सुनिश्चित किया है कि ये आधुनिक इलाज भारत में कैंसर के वंचित एवं ज़रूरतमंद मरीज़ों तक पहुंचे। 


सरकार द्वारा संचालित कैंसर उपचार केन्द्रों और अस्पतालों में सक्रिय योगदान के अलावा उन्होंने मेमोरियल स्लोअन-केटरिंग कैंसर सेंटर और कोरनैल युनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में विभिन्न प्रोग्राम भी शुरू किए हैं, जहां भारतीय डाॅक्टर आधुनिक प्रशिक्षण पा सकते हैं। 


डाॅ नोरी युनाईटेड नेशन्स इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेन्सी के लिए भी कन्सलटेन्ट हैं जहां वे विकासशील देशों में कैंसर के उपचार के लिए दिशानिर्देशों के गठन के लिए परामर्श देते हैं।