श्री मनोज तिवारी ने कहा कि पहला कांवड़िया रावण था। वहीं, मान्यता है कि भगवान राम ने भी भगवान शिव को कांवड़ चढ़ाई थी। रामायण में इस बात का उल्लेख मिलता है कि भगवान राम ने कांवड़िया बनकर सुल्तानगंज से जल लिया और देवघर स्थित बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का अभिषेक किया था। मेरा सौभाग्य कि मैंने सात वर्ष लगातार सुल्तान गंज से कांवड उठाकर देवघर में जलाभिषेक किया। कहा जाता है कि जो भी शिवभक्त सच्चे मन से सावन में कांधे पर कांवड़ रखकर बोल बम का नारा लगाते हुए पैदल यात्रा करता है, उसे हर कदम के साथ एक अश्वमेघ यज्ञ करने जितना फल प्राप्त होता है। उसके सभी पापों का अंत हो जाता है। उसको जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती है। मृत्यु के बाद उसे शिवलोक की प्राप्ति होती है। जहाँ भगवान शंकर को भोला और बारदाने कहा गया है वहीं वेदों और पुराणों में मान्यता है कि उनके तीसरे नेत्र के खुलने से बड़ी-बड़ी आसुरी शक्तियां भस्म हो जाती हैं।
इस अवसर पर मनोज तिवारी के साथ जिलाध्यक्ष अजय महावर, कैलाश जैन, भाजपा नेता मनोज त्यागी, भरत माहौर, राजेंद्र अग्रवाल, डॉ. यू.के. चैधरी, उदय कौशिक, चैधरी अरविंद नागर, मीडिया विभाग के प्रदेश सह प्रमुख आनंद त्रिवेदी सहित पार्टी के कई पदाधिकारी, निगम पार्षद एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।