गालंद में वेस्टएनर्जी प्लांट -टू-के लिए नगर निगम ने जमीन की कराई रजिस्ट्री






गाजियाबाद। पिलखुवा के गालंद गांव की 35 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के लिए कुछ जमीन तो पहले ही खरीदी जा चुकी थी, लेकिन बाकी बची 12 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री नगर निगम ने हापुड़ जिले की धौलाना तहसील मेें करा ली है। नगर निगम के  नगर आयुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि तहसील मेें गांव गालंद के किसानों की 12 एकड़ जमीन का भुगतान करने के बाद रजिस्ट्री कराई गई है। 




 

नगर आयुक्त श्री सिंह ने आगे बताया कि जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद अब गालंद गांव की जमीन पर वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट विकसित करने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का कार्य जल्द शुरू हो सकेगा। क्योंकि कूड़ा निस्तारण के लिए वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाने के लिए नीदरलैंड की जीसी इंटरनेशनल कंपनी ने यहां पर 35 एकड़ भूमि की नगर निगम से जमीन की डिमांड की थी। जिसके बाद शासन से तय हुआ था कि जीडीए जमीन की कीमत अदा करेगा। उन्होंने कहा कि 23 एकड़ भूमि पहले ही खरीद ली गई थीं। इसमें से 18.10 एकड़ जमीन नगर निगम को जीडीए कई साल पहले ही हैंडओवर कर चुका है। जीडीए इसमें से 5 एकड़ जमीन पर इंदिरापुरम का कूड़ा निस्तारण के लिए स्वयं अपने पास रखेगा। बाकी 12 एकड़ भूमि खरीदने का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। 

 

लेकिन काफी लंबे इंतजार के बाद पिछले महीने हापुड़ जिला प्रशासन की मदद से किसानों से जमीनों का सौदा तय हुआ। फिर उसके रेट तय हुए। तब जाकर जीडीए ने पिछले सप्ताह बची हुई 12 एकड़ भूमि खरीदने के लिए नगर निगम को 16.50 करोड़ रुपए आरटीजीएस के माध्यम से इनके बैंक खाते में जमा कराए थे। 

 

नगर निगम के नगर आयुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि नगर निगम ने जमीन के मालिक किसानों को भुगतान कर इस 12 एकड़ जमीन की धौलाना तहसील में रजिस्ट्री करा ली गई। इस जमीन को जल्द ही अब नीदरलैंड की जीसी इंटरनेशनल कंपनी उपलब्ध करा दी जाएगी। नगर निगम ने किसानों की गालंद की 12 एकड़ जमीन का भुगतान कर रजिस्ट्री अपने नाम कराई है। अपर नगर आयुक्त और सम्पत्ति प्रभारी राजनारायण पांडेय ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।