भारत में पहली बार होगा वर्ल्ड कॉफी कांग्रेस और एक्सपो का आयोजन

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन, संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में वर्ल्ड कॉफी कांग्रेस के 5वें संस्करण का आयोजन बेंगलुरु में 7 से 9 सितंबर, 2020 को किया जायेगा। भारत सरकार का वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय 'उपभोग के जरिये स्थिरता' थीम के साथ इस तीन दिवसीय कार्यक्रम की मेजबानी करेगा, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं, प्रतियोगिताओं और पुरस्कारों, कार्यशालाओं, कॉफी प्रदर्शनी सहित कई अन्य चीजों के साथ कॉफी के जश्न को मनाया जाएगा।  


प्रतिदिन 2.5 अरब कप के उपभोग के साथ कॉफी दुनिया का सबसे पसंदीदा पेय पदार्थ है। इसे लगभग 70 देशों में उगाया जाता है और इनमें से अधिकांश अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और एशिया के विकासशील देशों में से हैं। भारत दुनिया में छठा सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश है, इसके बाद इंडोनेशिया का स्थान है। दुनिया के कुल कॉफी उत्पादन का लगभग 5 प्रतिशत उत्पादन भारत में होता है। इसके परिणामस्वरूप एशिया एक प्रमुख कॉफी उत्पादक क्षेत्र बन गया है। 


भारत में इस कार्यक्रम में 78 देश भागीदारी करेंगे।जिनमें1000 से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों, 2000 भारतीय प्रतिनिधि, 100000 से अधिक कॉफी उत्पादक, निर्यातक, कॉफी उद्योग, होरेका क्षेत्र और कॉफी प्रसंशकों के शामिल होने की उम्मीद है । भारत, अंतर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन के संस्थापक सदस्यो में से एक है और यह जलवायु परिवर्तन, उत्पादन की बढ़ती लागत और गिरी कीमतों जैसी उन चुनौतियों को भी संबोधित करेगा, जिनसे दुनियाभर के किसान जूझ रहे हैं। विश्व कॉफी सम्मेलन आर्थिक, कृषि, वाणिज्य, पर्यावरणीय, सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रभाव पर केंद्रित होगा। 


इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागी कार्यशालाओं और अन्य गतिविधियों में भागीदारी का आनंद उठाएंगे। इस सम्मेलन का मुख्य आकर्षण छोटे उत्पादकों, गोल्फ चैम्पियनशिप को समर्पित कार्यशालाएं होंगी, जिसमें कॉफी प्लांटर्स, उद्योग दिग्गजों, विदेशी प्रतिनिधियों और कॉफी उत्साही गोल्फर्स को आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान जिज्ञासु कॉफी शौकीनों और बढ़िया स्वाद के पारखियों के लिए कुर्ग, चिकमगलूर, सकलेशपुरा में स्थित कॉफी एस्टेट के साथ ही साथ भारत के अन्य कॉफी क्षेत्रों की विशेष यात्राओं का भी आयोजन किया जाएगा।