उत्तर रेलवे के सिविल डिफेंस स्वयंसेवक स्वेच्छा से COVID-19 महामारी के खिलाफ जंग में 

 दिल्ली।  अत्यधिक संक्रामक कोविद -19 वायरस के प्रसार के कारण होने वाले वैश्विक महामारी के समय उत्तर रेलवे अपने सभी संसाधनों का उपयोग कर आमजन को संक्रमण से बचाने के हर सम्भव प्रयास कर रहा है और इस संकल्प को पूरा करने को उत्तर रेलवे के तमाम जिम्मेदार कर्मचारी अपने महाप्रबंधक राजीव चौधरी के मार्गदर्शन में जुटा है।महाप्रबंधक के समग्र पर्यवेक्षण में सरकार द्वारा वायरस के प्रसार को रोकने  और लॉक डाउन में लोगों को रहत देने के लिय किये जाने वाले प्रयासों  में हर संभव  तरह से कार्यशील है। उत्तर रेलवे के एसेट्स का उपयोग  नए-नए तरीकों  से किया जा रहा है जिसमेँ   रेल  डिब्बों को मोबाइल क्वारंटाइन  केंद्रों में परिवर्तित करना  या लोकोमोटिव, कोच और वैगन रखरखाव कार्यशालाओं में सुरक्षात्मक गियर का उत्पादन करना  शामिल है। उत्तर रेलवे के कर्मचारी भी इस कठिन  समय में ‘स्वयं से पहले सेवा’ के भाव के साथ न केवल कार्गो और माल गाड़ियों के परिचालन में शामिल हैं, बल्कि वंचितों की देखभाल भी कर रहे हैं।


इस संबंध में, जब अधिकांश लोग अपने घरों में स्थिर व सुरक्षित हैं, उत्तर रेलवे के सिविल डिफेंस स्वयंसेवक  अपने सिद्धांत “सर्व भूत हिते: रत:” जिसका अर्थ है ‘सभी जीवित चीजों के लाभ के लिए कार्य करना’ को चित्रार्थ करते हुए  समाज को स्वेच्छा से अपनी अमूल्य सेवाएं  प्रदान कर रहे हैं  । इस  कठिन दौर में लोगों की परेशानियों  को कम करने के लिए संस्था के सदस्य बड़े समर्पण और निष्ठा के साथ रेल कर्मियों और समाज के अन्य वर्गों के लोगों की मदद कर रहे हैं।


29 स्वयंसेवक 31 मार्च, 2020 से तुगलकाबाद और शकूरबस्ती में हर समय  शिफ्टों में क्वारंटाइन केंद्रों पर कार्यरत हैं। अपने निर्धारित कार्यों को करने के अलावा, यह  लोगों के बीच  भोजन के वितरण और चिकित्सा आपूर्ति में सक्रिय रूप से सहायता कर रहे हैं। वे इस अत्यधिक संक्रामक बीमारी की रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं।


कुछ सदस्य मास्क की सिलाई जैसे कार्यों में अपना योगदान दे रहे हैं। इन मास्कों को ड्यूटी पर आने वाले कर्मचारियों के इस्तेमाल के लिए दिया जा रहा है।  डीजल शेड, तुगलकाबाद में  आने वाले कर्मचारियों और आगंतुकों का थर्मल स्कैनिंग भी यह स्वयंसेवक बड़ी मुस्तैदी से कर रहे हैं।  डीजल शेड में प्रतिष्ठापित  चल-अचल संपत्ति के सैनिटाइज़ेशन कार्यों में भी मदद कर रहे हैं।