आदिवासी क्षेत्रों में कोरोना के खिलाफ जन जागरण

(बाल मुकुन्द ओझा)


कोरोना को हराने के लिए आदिवासी समाज भी लामबंद हो गया है। नेहरू युवा केंद्र संगठन, राजस्थान ने प्रदेश के जन जाती क्षेत्रों में कोरोना से बचाव के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाकर संक्रमण रोकने की अनूठी मिसाल पेश की है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में जनजातियां, लोगों का एक ऐसा समूह है, जिनकी भाषा, संस्कृति, जीवनशैली और सामाजिक-आर्थिक स्थिति भिन्न-भिन्न होती हैं। ऐसे में कोरोना महामारी को रोकने के लिए बड़े स्तर आदिवासी महिला और पुरुषों को प्रशिक्षित किया गया। जन जाती क्षेत्रो के जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद, उदयपुर, सिरोही, बारां, पाली और चितौड़गढ़ में व्यापक संपर्क अभियान चलाया गया और लोगों विशेषकर युवाओं को कोरोना के खिलाफ जंग के लिए तैयार किया गया। जिला प्रशासन के सहयोग से मास्क और राशन वितरण सहित राज्य और केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों से अवगत करते हुए स्टे होम स्टे सेफ का आह्वान किया गया। नेहरू युवा केंद्र संगठन राजस्थान के राज्य निदेशक डॉ भुवनेश जैन ने कहा की आदिवासी क्षेत्रों में कोरोना के खिलाफ दिखाई दे रही जन जागरूकता काबिले तारीफ है।
डूंगरपुर
 प्रदीप कुमार ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली से पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी की और वर्तमान में नेहरु युवा केंद्र डूंगरपुर के जिला युवा समन्वयक पद पर कार्यरत हैं। यहाँ इनके नेतृत्व में राष्ट्रीय स्वयंसेवकों व युवा मंडल सदस्यों द्वारा व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर हजारों लोगों को सोशल डीस्टेंसिंग , सैनिटाईजेसन, मास्क व आरोग्य सेतु एप्प के महत्व के बारे में जागरूक किया जा रहा है। नेहरु युवा केंद्र के सिलाई प्रशिक्षण केन्द्रों पर बने लगभग 2500 मास्क जरुरतमंदों को निरूशुल्क वितरित किये गए एवं करीबन 1000 लोगों को राशन वितरित किया गया।
बांसवाड़ा
मन भारतीय आई.बी.एस. हैदराबाद से एम.बी.ए. हैं और वर्तमान में  बांसवाड़ा में जिला युवा समन्वयक के पद पर कार्यरत हैं। कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिये युवाओं को जागरूक करने में जुटे मन ने बताया कि जिले में 3700 परिवार स्वयं घर पर ही मास्क बनाकर वितरित कर रहे हैं। स्वयंसेवकों द्वारा अपने गाव तथा कस्बों में गरीब परिवारों एवं प्रवासी मजदूरों  को भोजन तथा पीने के पानी का भी वितरण कराया जा रहा है।
सिरोही
नेहरू युवा केंद्र सिरोही के जिला युवा समन्वयक मोहित कुमार ने विभाग से जुड़े सभी स्वयंसेवकों से कोरोना महामारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए समाज की भलाई के लिए विभिन्न कार्यों को करने के लिए प्रेरित किया है। स्वयंसेवको से आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करने बड़े बुजुर्गों का घर में ध्यान रखने फेस मास्क बनाने और कोरोना महामारी के प्रति जागरूक करने एवं प्रधानमंत्री  के लोकल से वोकल और आत्मनिर्भरता के संदेश को आगे से आगे पहुंचाने पर बल दिया । 
 चित्तौड़गढ़


चितौडगढ में संतोष चैहान युवा समन्वयक है। कोरोना जंग में नेहरू युवा केंद्र टीम भावना से कार्य में जुटी है जिसके फलस्वरूप चित्तौड़गढ़ में पांच युवा महिला मंडल और तीन स्वयंसेविकाओं के साथ ही प्रतापगढ़ के पूर्व स्वयंसेवक द्वारा अभी तक 3000 मास्क बना करवितरण कर चुके है। पांच युवा मंडल और चार  स्वयंसेवक द्वारा प्रशासन और सेवा समिति के सहयोग से अभी तक 5 हजार गरीब परिवार को भोजन और राशन पैकेट उपलब्ध करवाए गए। गावँ गावँ में युवा मंडल और स्वयंसेवकों द्वारा जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है जिसमें ग्रामवासियो को दिनचर्या, खेती के काम इत्यादि में कैसे समाजिक दूरी की पालना करनी है, मास्क के महत्व, स्वछता को अपनाना, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पोषण आहार लेना आदि से जागरुक किया जा रहा है।


राजसमंद 
पवन घोसलिया रूरल मेनेजमेंट में सनातकोतर है और वर्तमान में राजसमंद में युवा समन्वयक के पद पर पद स्थापित है। जिले के सभी ग्रामीण युवा मण्डल कोरोना की जंग में लोगों को जागरूक करने, जरूरतमंद लोगों को खाद्ध सामग्री मास्क सेनेटेराईजर वितरण,और शोसियल डिस्टेंस का कार्य  पूरी मुस्तैदी से कर रहे है।  16 राष्ट्रीय युवा स्वंयसेवकों द्वारा शोसियल मिडिया के माध्यम  से जागरूकता, आरोग्य सेतु एप एवं आई गोट एप के माध्यम से जिले के युवाओं को जोडकर जन जागरूकता का वातावरण बनाया है।  केरियर महिला मण्डल देवगढ द्वारा स्वंय के स्तर से 5000 से अधिक मास्क का निर्माण कर जरूरत मंद लोगों को वितरण, पुलिस विभाग को कानून व्यवस्था में सहयोग एवं 1000 से अधिक महिलाओं को महिला मण्डल की कार्यकर्ताओं द्वारा सेनेटरी नेपकीन  वितरण के कार्य किये है। 
पाली
  राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोतर राजेंद्र जाखड़ पाली में वर्तमान में युवा समन्वयक के रूप में कार्यरत है। जिले में युवा स्वयंसेवकों द्वारा कोरोना लोकडाउन से पूर्व सभी ब्लाॅकों में आईईसी सामग्री वितरण कर आमजन में महामारी हेतु जागरूकता का सघन प्रचार-प्रसार करवाया गया। लाकडाउन में युवाओं को आनलाईन आईगोट प्रषिक्षण, आरोग्य सेतु ऐप्प का ज्यादा से ज्यादा उपयोग, प्रशासन  के साथ फील्ड में सहयोग के इच्छुक स्वयंसेवकों को एनडीएमए पोर्टल पर पंजीकरण करवाने से लेकर मास्क बनाकर मनरेगा व जरूरतमंद ग्रामीण में  को साथ लेकर बांटने का कार्य पूरे जिले में किया गया।  
बारां
 कुमार मधुकर एम टेक है और वर्तमान में नेहरू युवा केंद्र  बारां में  युवा समन्वयक है। जिले में युवा मंडलों के माध्यम से युवाओं और ग्रामीणों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाया गया साथ ही इन  स्वयंसेवकों द्वारा  कोरोना महामारी से जागरूक करने  के लिए दीक्षा एप के माध्यम से  पर युवाओं को जोड़कर ऑनलाइन प्रशिक्षण देकर जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। साथ ही आदिवासी ग्रामीण अंचलों में प्रवासी मजदूरों और बुजुर्ग लोगों की देखभाल सहित  महामारी से बचने के लिए विभिन्न जागरूकता की गतिविधियां जिनमें ऑनलाइन पोस्टर बनाओ, दीवार पर नारा लेखन और पेंटिंग अभियान किया जा रहा है।
उदयपुर
नेहरू युवा केंद्र उदयपुर के युवा  समन्वयक पद पर महेंद्र सिंह सिसोदिया कार्यरत है। जिले के आदिवासी ब्लॉक सेमारी, सराड़ा, ऋषभदेव, कोटड़ा, भिंडर, लसाड़िया, सलूम्बर, सायरा झललरा, गोगुंदा, कुराबड़ आदि ब्लॉक मे कोविड 19 के प्रति आदिवासी युवाओ को जागरूक करने एवं संबन्धित  गतिविधियो का आयोजन व्यापक स्तर पर किया जा रहा है।  जिसके अंतर्गत दीवार लेखन, पेटिंग, सेनेटाइजरींग, मास्क बनाकर जरूरतमंदों और मजदूरो को वितरित करना व गरीब श्रमिक परिवारों को राशन सामग्री उपलबद्ध करवाना मुख्य है। इसके अलावा चेक पोस्ट बनाकर प्रशासन को सहयोग करना और भोजन वितरण मे सहायता करना, व्हाट्स अप ग्रुप बनाकर लोगो को सोशल डिस्टेन्सिंग ए वीडियो  एवं मैसेज आदि के द्वारा सोशल डिस्टेन्सिंग के प्रति जागरूक करना किया जा रहा।