हमारे खिलाफ संविधान उल्लंघन का एक भी उदाहरण नहीं: मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा दिल्ली में आयोजित भविष्य का भारत कार्यक्रम के दूसरे दिन र प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ संविधान को मानकर चलता है। संविधान के खिलाफ जाकर हमने कोई काम किया हो, ऐसा कोई भी उदाहरण नहीं है। उन्होंने संघ और राजनीति के बीच संबंधों पर भी खुलकर बात की। सरकार के कामकाज में दखल के आरोपों और अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि लोग कयास लगाते हैं कि नागपर से फोन जाता लगाते हैं कि नागपुर से फोन जाता होगा. यह बिल्कल गलत बात है। भागवत ने साफ कहा कि नागपुर से सरकार नहीं चलती है। आर एस एस जैसी संघटना हमारे देश का गौरव है ! मंगलवार को उन्होंने कहा, केंद्र में काम कर रहे काफी लोग स्वयंसेवक हैं। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति आदि स्वयंसेवक रह चुके हैं ऐसे में कई तरह की बातें होती हैं। वास्तव में ये लोग मेरी उम्र के हैं तो राजनीति में वे मुझसे सीनियर हैं। संघ कार्य का जितना मेरा अनुभव है उससे ज्यादा अनुभव उनका राजनीति का है। उनको अपनी राजनीति चलाने के लिए किसी की सलाह की आवश्यकता नहीं है। हम सलाह दे भी नहीं सकते हैं। भागवत ने यह जरूर कहा कि हां, उन्हें सलाह चाहिए और हम दे सकते हैं तो हम देते हैं। संविधान से जो सेंटर तय हुआ है...संघ प्रमुख ने कहा कि राजनीति और सरकार की नीतियों पर संघ का कोई प्रभाव नहीं है।