कपास एक्सपोर्ट में दोगुने का कांट्रैक्ट 75 फीसदी चीन से

कांट्रैक्ट 75 फीसदी जैतो- भारत ने सितम्बर में विभिन्न देशों को 14-16 लाख गांठ रूई निर्यात करने के सौदे (कांट्रैक्ट) किए हैं, जबकि पिछले साल सितम्बर में लगभग मात्र 7 लाख गांठ के सौदे हुए थे। एक गांठ में 170 किलोग्राम कपास होती है। काटन एसोसिएशन आफ इंडिया (सी.ए.आई.) के प्रधान अतुल गनात्रा के अनुसार व्यापारियों ने जो निर्यात रूई गांठों के सौदे किए हैं, उनमें से लगभग 75 प्रतिशत कांट्रैक्ट (सौदे) चीन के साथ किए गए हैं। चालू कपास सत्र वर्ष 2017-18 के दौरान भारत रूई के बहुत अधिक फारवर्ड सौदे साइन नहीं कर सका था क्योंकि इसकी सप्लाई कम थी। उन्होंने कहा कि अमरीका से रूई आयात (इम्पोर्ट) पर चीन की तरफ से 25 प्रतिशत ड्यूटी लगा दी गई है। जिससे भारत की रूई चीन के खरीदार के लिए और सस्ती बनेगी। इस वर्ष चीन को रूई का कुल निर्यात 30-40 लाख गांठ हो सकता है, जबकि कपास सत्र 2017-18 में मात्र 8-9 लाख गांठ का निर्यात हुआ था।