रेलवे टेंडर घोटाला : छह अक्तूबर को दिल्ली की पटियाला। कोर्ट में हाजिर होने के लिए रवाना हुए राबड़ी और तेजस्वी

आईआरसीटीसी होटल आवंटन मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी और पुत्र तेजस्वी यादव छह अक्तूबर को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश होने के लिए गुरुवार को दोपहर में दिल्ली के लिए रवाना हो गये. मालूम हो कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अरुण भारद्वाज ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए सभी आरोपितों को छह अक्तूबर को अदालत के सामने पेश होने का आदेश दिया था. अदालत ने धनशोधन रोकथाम कानून के तहत दर्ज मामले में राजद सदस्य पीसी गुप्ता और उनकी पत्नी सरला गुप्ता, फर्म लारा प्रोजेक्ट्स एवं आईआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पीके गोयल सहित दस अन्य को भी आरोपित के रूप में पेश होने को कहा है. अदालत ने ईडी के तीन विशेष लोक अभियोजक अतुल त्रिपाठी की इन दलीलों पर संज्ञान लिया कि पहली नजर में मामले के आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं. एजेंसी ने रिपोर्ट में कहा है कि लालू प्रसाद यादव और आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने पुरी और रांची के दो रेलवे होटलों का पट्टा अधिकार (सब-लीज राइट) विनय कोचर एवं विजय कोचर के मालिकाना सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को देने में अपने अपने पदों का कथित रूप से राइट) वालिकाना सुजाता ने दुरुपयोग किया. कोचर पटना के चाणक्य होटल के भी मालिक हैं. एजेंसी ने दावा किया कि होटल को 'सब-लीज के बदले, पटना का एक भू-खंड फरवरी 2005 में बहुत कम दामों में डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित किया गया. इस कंपनी के मालिक पीसी गुप्ता के परिजन हैं, जो राजद के एक सांसद और लालू प्रसाद यादव के करीबी है. अच्छी- खासी जमीन स्वामित्ववाली यह कंपनी मामूली दामों पर शेयर खरीद के जरिये धीरे-धीरे राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी को हस्तांतरित की गयी. ईडी ने कहा कि इस मामले में अब तक 44 करोड़ रुपये की संपत्ति कर्क की गयी है. वहीं, मामले में सीबीआई ने भी आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव को अदालत बतौर आरोपित तलब कर चुकी है।