30 साल पहले गुजरे पिता पर भी कांग्रेस की ओछी राजनीती






                           मध्य प्रदेश में वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे पास आती जा रही है प्रचार की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। यूं तो 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव आखिरी दौर में है,लेकिन मतदान से पहले राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने एक दूसरे पर निजी हमले शुरू कर दिए हैं। जहां एक ओर कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी के माता-पिता को राजनीति में घसीटने की कोशिश की, तो उन्होंने भी कांग्रेस के नेताओं की चार पीढ़ियों को मुकाबले की चुनौती दे डाली। मध्य प्रदेश के विदिशा में चुनावी रैली में कांग्रेस के खिलाफ ताल ठोकते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'चार पीढ़ी नामदारों की और चार साल चायवाले के आओ हो जाए मुकाबला। यानी बीजेपी और कांग्रेस के बीच चुनावी रणभूमि में नेताओं के जुबानी हमले और तेज हो गए है। और कांग्रेस पार्टी बीजेपी को बैठे बिठाये एक के बाद एक मुद्दें उनके पाले में डाल रही है। अभी हाल ही में राजस्थान चुनाव में कांग्रेस नेताओं के बड़बोले बयान कांग्रेस की परेशानी का सबब बन गया है। सीपी जोशी द्वारा दिए गए बयान पर बवाल अभी थमा भी नहीं था कि अब कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेवार ने पीएम मोदी को लेकर विवादित बयान दे दिया है।इसी कड़ी में पीएम मोदी ने मध्य-प्रदेश के विदिशा में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया और उनके निशाने पर सीधा कांग्रेस पार्टी के नेता थे। पीएम ने कांग्रेसी नेताओं की ओर से माता पिता पर किए गए जुबानी हमले पर जवाब देते हुए ये कहा कि कांगेसी नेताओं के हाल के बयान ये बताते है की वे जनता का विश्वास खो चुके है,उन्हें ये मालूम पड़ चुका है कि वे शिवराज सिंह चौहान से मुकाबला करने में कांग्रेस पार्टी फिलहाल सक्षम साबित नही हो रही है। रैली में जनता का उत्साह देख पीएम मोदी ने कहा कि मैं हैरान हूं कि दो दिन पहले कांग्रेस के एक नेता ने मेरी मां को चुनाव में खींच लाया। मेरी मां जो मध्य प्रदेश को जानती तक नहीं हैं, क्या उनका इसमें खींचना सही है।और अब वे मेरे पिता को चुनाव में घसीट लाए हैं।पीएम मोदी ने कहा कि मेरे पिता जिनका 30 साल पहले ही निधन हो चुका है, ऐसा क्या कारण है कि वे मेरे माता-पिता को इसमें घसीट रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मैं किसी के परिवार के बारे में बयान नहीं देता लेकिन मैं पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ बोल रहा हूं। अगर मेरे माता-पिता राजनीति में होते तो कांग्रेसियों को उनपर बोलने का हक था।पीएम मोदी यही नहीं रुके। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस में कोई ऐसा है जो नामदार के खिलाफ बोल सके।वे बिना कोई सबूत दिए सिर्फ झूठ बोल रहे हैं। हमने विकास किया है और यही हमारा मुद्दा है।पीएम मोदी ने कहा कि दिग्विजय सिंह को देखते ही उनके कुशासन की सारी कथा सामने आ जाती है और लोगों का गुस्सा उमड़ पड़ता है, इसीलिए कांग्रेस पार्टी ने अपने 55 कुशासन को छिपाने के लिए उस समय के नेताओं को पर्दे के पीछे कर दिया है।हालांकि पीएम मोदी की यह रैली मिर्जापुर नई मंडी में हुई।यहां से वे विदिशा सहित आसपास के जिलों की 15 विधानसभा सीटों तक पहुंचने की कोशिश किए।इसी कारण पीएम मोदी के साथ 15 प्रत्याशी भी मंच पर मौजूद थे।यूं तो पूर्व केंद्रीय मंत्री आए तो थे कांग्रेस के बागी नेताओं को मनाने लेकिन बिगड़े काम बनाने के बजाए वो आग लगा गए।कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेवार ने पीएम मोदी को लेकर कहा था कि जिस प्रधानमंत्री मोदी के पिता का नाम किसी को पता नहीं है, वो मोदी राहुल गांधी से हिसाब मांगते हैं, जबकि एक राहुल गांधी हैं जिसकी पीढ़ियों के बारे में सबको पता है।पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जो राहुल गांधी से भिड़ रहे हैं, नरेन्द्र मोदी को पीएम बनने से पहले कौन जानता था। आज भी पीएम नरेंद्र मोदी के बाप का नाम कोई नहीं जानता है, लेकिन राहुल गांधी के बाप का नाम तो क्या पीढ़ियों का नाम तक सभी को पता है और जिसके बाप का नाम पता नहीं वो प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी से हिसाब मांग रहे हैं। हालांकि इससे पहले राजस्थान चुनाव में कांग्रेस नेताओं के बड़बोले बयान कांग्रेस की परेशानी का सबब बना।यानी सीपी जोशी द्वारा दिए गए बयान पर बवाल अभी थमा भी नहीं था कि अब कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेवार ने पीएम मोदी को लेकर विवादित बयान दे दिया है।उन्होंने आगे यह भी कहा, ‘बीजेपी सरकार ने झूठ बोलने के सिवाय किया क्या है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक नंबर का झूठा पीएम है, पूरी दुनिया में ऐसा पीएम कभी नहीं देखा।'ऐसे कांग्रेस पार्टी के टिकट बंटवारे के बाद सिवाना विधानसभा में कांग्रेस पार्टी में हुई आपसी फूट व बगावत के बाद शनिवार को रूठे नेताओं को मनाने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेवार सिवाना पंहुचे थे। यहां उन्होंने कई बागी नेताओं से संपर्क भी किया लेकिन सिर्फ एक बागी पूर्व प्रधान गरिमा राजपुरोहित को ही मना पाने में फिलहाल सफल रहे।